उत्तर प्रदेश सरकार ने जीका वायरस के लिए डोर-टू-डोर परीक्षण का दिया आदेश

राज्य में जीका वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सुझाव के बाद अब प्रदेश के सभी छावनी क्षेत्रों में जीका वायरस का परीक्षण किया जाएगा

वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं और राज्य सरकार ने अब राज्य की सभी छावनियों में जीका परीक्षण के आदेश दिए हैं। राज्य के कानपुर में वायु सेना की कमी के कारण संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य सरकार अब हाई अलर्ट पर है। राज्य में जीका वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सुझाव के बाद अब प्रदेश के सभी छावनी क्षेत्रों में जीका वायरस का परीक्षण किया जाएगा। अब जबकि कानपुर में जांच शुरू हो गई है, जीका वायरस की जांच के लिए टीमें अब मेरठ और लखनऊ छावनी में घर-घर जाएंगी। साथ ही प्रदेश की दस छावनियों में दीपावली के बाद टेस्ट ड्राइव तेज किया जाएगा। जीका वायरस से संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य विभाग को तत्काल एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।

राज्य के कानपुर जिले में अब तक 66 लोग जीका वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जहां पहली बार वायु सेना के जवानों में जीका वायरस का पता चला था। इस बीच, स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया गया है और राज्य सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए राज्य और उसके आसपास के सभी 13 छावनी बोर्ड परिसरों में जीका वायरस का परीक्षण किया जाएगा।

इन जिलों में होगी जांच

राज्य सरकार के अभियान के तहत टीम घर-घर जाकर लोगों से सैंपल लेकर उनकी जांच करेगी। कानपुर के पास उन्नाव, कानपुर देहात, फतेहपुर और हमीरपुर जिलों में गहन जांच की जाएगी। कानपुर के पास के शहरों में विशेष जांच शुरू की जाएगी। राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ। वेदव्रत सिंह ने कहा कि राज्य में अब तक जीका वायरस के 5,000 से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है और निगरानी पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके अलावा लखनऊ, कानपुर, मेरठ, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या, शाहजहांपुर, झाशी, बबीना, सीतापुर, मथुरा, बरेली और आगरा में जीका वायरस की जांच की जाएगी।

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