एम के स्टालिन ने लांच किया बेहतरीन सॉफ्टवेयर, ऐसे करेगा पुलिस के जरिये आम लोगों की मदद

अपराध में संलिप्त व्यक्ति की सीसीटीवी फुटेज से भी पकड़ा जा सकेगा आरोपी, चेहरा पहचानने में पुलिस को मिलेगी मदद

सोमवार को तमिल नाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने एक विशेष चेहरा पहचानने वाला सॉफ्टवेयर लांच किया। यह सॉफ्टवेयर पुलिस कर्मियों की जांच में मदद करने के लिए बनाया गया है। इस सॉफ्टवेयर के जरिये अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम (सीसीटीएनएस) में अपलोड की गई 5.30 लाख से अधिक तस्वीरों के डेटा संसाधन के साथ संदिग्धों की तस्वीरों की तुलना करने में मदद मिलेगी। आपराधिक मामलों से सम्बंधित संदिग्धता की स्थिति को उजागर करने में यह सॉफ्टवेयर पुलिस के लिए बहुत ही सहायक सिद्ध होगा।

किसी अपराधी का पूरा रिकॉर्ड रखेगा सॉफ्टवेयर

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि सॉफ्टवेयर से आरोपी व्यक्तियों, संदिग्धों, लापता व्यक्तियों और अज्ञात लाशों को सीसीटीएनएस के डेटा के साथ ट्रैक करने की उम्मीद है। यदि आरोपी या संदिग्ध किसी अन्य द्वारा जांच किए जा रहे किसी अन्य अपराध में भी शामिल है, तो उसके बारे में जानकारी दोनों पुलिस स्टेशनों के बीच साझा की जाएगी।

यह जांचने में भी मदद करेगा कि क्या किसी व्यक्ति का रिकॉर्ड पूर्व में किसी हिस्ट्री-शीटर का तो नहीं रहा है या उस व्यक्ति के खिलाफ कोई वारंट तो जारी नहीं किया गया है जो अभी लंबित है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि सॉफ्टवेयर पुलिस थानों के कार्यस्थलों के साथ-साथ फील्ड पर मौजूद पुलिसकर्मियों के स्मार्टफोन में भी स्थापित किया जा सकता है।

सीसीटीवी से प्राप्त फुटेज में चेहरों की पहचान करने के लिए सॉफ्टवेयर में सुधार की योजना है। यह उन लोगों में मदद करेगा, जिनकी तलाश की जा रही है और लापता व्यक्तियों को बस, रेलवे या हवाई टर्मिनस या त्योहारों में ट्रैक किया जा सकता है।

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