सुल्तानपुर : बिजली विभाग की लापरवाही से गयी विधुत संविदा कर्मी की जान, शव को रख परिजन मांग पर अड़े

सट डाउन होने पर 11000 लाइन की फाल्ट को ठीक करने के लिए चढ़ा संविदा कर्मी, अचानक लाइन आ जाने से करंट से झुलसा

लंभुआ कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम गोथुआ जागीपुर के रहने वाले अनिल कुमार प्रजापति सुत राम हरख प्रजापति जो कि विधुत विभाग में लाइन मैन के पद पर कार्यरत संविदा कर्मी था। जो कि हाई वोल्टेज लाइन 11000 की फाल्ट ठीक करते समय बुरी तरह से करंट लगने से झुलस गया था । जिसका इलाज लखनऊ में चल रहा था। इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।

लाइन मैन के पद पर कार्यरत था

बताते चलें कि पूरा मामला लंभुआ कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम गोथुआ जागीपुर के रहने वाले अनिल कुमार प्रजापति सुत राम हरख प्रजापति का है। जो कि विधुत विभाग शिवगढ़ पवार हाउस में लाइन मैन के पद पर कार्यरत संविदा कर्मी था। जो 7-5-21 को सड डाउन लेकर हाई वोल्टेज लाइन 11000 की पोल पर विधुत ठीक करने के लिए खम्बे पर चढ़ा था।

किसी स्टाफ़ के कर्मचारी ने लाइन चालू कर दिया। देखते ही देखते अनिल बुरी तरह से करंट लगने झुलसने से जख्मी हो गया था। पोल से अचानक गिर पड़ा था। आनन फानन में विधुत विभाग के कर्मचारियों व ग्रामीणों की मदद से उसे जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाकर दिखाया। जहाँ पर डॉक्टरों ने उसकी हालत को गंभीर देखते हुए लखनऊ के लिए रिफर कर दिया गया था।

तो वही जब परिजनों को विधुत विभाग से कोई आर्थिक सहायता नही मिली। तो घरवालों ने पी जी आई में अनिल कुमार को एडमिट करवा कर वहाँ उसका ईलाज कराया। जिसमें परिजनों के अपने लगभग चार लाख रुपये इलाज के दौरान ख़र्च हो गए। लेकिन लम्बे इलाज के दौरान अनिल की दिनाँक 01-10-21को देर रात मृत्यु हो गई।

इसके बाद अनिल कुमार के शव का पोस्टमार्टम हुआ और तत्पश्चात परिजन अनिल कुमार का शव लेकर सुल्तानपुर पहुँचे। जहाँ उन्होंने सीधे अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खण्ड लंभुआ के कार्यालय पर शव को रख कर अपनी मांगों को लेकर मुखर हो गए।

मुआवजे की माँग

साथ ही साथ अवगत कराते चले कि जब इस बाबत मृतक अनिल कुमार के पिता से बात की गई। तो उन्होंने बताया कि अनिल कुमार घर का इकलौता बेटा था,परिवार में कमाने वाला वही अकेला अनिल ही था। और उनका आखिरी सहारा था और भारण पोषण करता था। वो भी भगवान ने हमसे छीन लिया।

जबकि अनिल कुमार अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी भी छोड़ गया है। हम लोग बुजुर्ग हो चुके हैं अब हमारा कोई सहारा नही बचा है। आज हम यहाँ विद्युत विभाग से मुआवजे की माँग कर रहे हैं। लेकिन अधिकारियों द्वारा हमलोगों को गुमराह किया जा रहा है। कोई भी अधिकारी कुछ भी स्पष्ट नहीं बता रहा है कि उनकी मांगें कब मानी जायेंगी और ना तो कोई आस्वाशन ही दे रहा है। इसलिए हम लोग अपनी मांगो को मनवाने के लिए यहाँ एकत्रित हुए हैं।

राम हरख प्रजापति मृतक अनिल का पिता !

रिपोर्टर : सन्तोष पाण्डेय

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