लखीमपुर खीरी : किसान आंदोलन को लेकर सपा प्रमुख का बयान कहा ” सरकार अंग्रेजों से भी बदतर व्यवहार किसानो से कर रही है “

सतीश चंद्र मिश्रा, प्रियंका गांधी व अखिलेश समेत कई नेता नजरबन्द, प्रदेश में नेताओ के आगमन पर रोक|

लखीमपुर खीरी जाने के लिए घर से निकले अखिलेश यादव को पुलिस ने उन्हें लखीमपुर जाने से रोक लिया है। जिसके बाद विरोध में सपा प्रमुख अखिलेश यादव सड़क पर ही बैठ गए हैं। उनके साथ ही सपा कार्यकर्ता भी सड़क पर बैठे हुए हैं।

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में रविवार को हुई हिंसा में 4 किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। ये मामला गर्म होता जा रहा है। विपक्षी पार्टियों के नेताओं की आज लखीमपुर खीरी जाने की तैयारी थी। परंतु यूपी पुलिस ने उन्हें जाने से रोकने के पूरे इंतजाम कर लिए हैं। पहले काँग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को जाने से रोक गया और जब उन्होंने चकमा देकर जाने की कोशिश कि तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अब समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी जाने वाले थे। इसके लिए वह अपने लखनऊ स्थित घर से निकले तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। जिसके बाद विरोध में सपा प्रमुख अखिलेश यादव पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर ही बैठ गए। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा और प्रदर्शन किया । अखिलेश यादव के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।

समाचार एजेंसी के मुताबिक, अखिलेश यादव के लखीमपुर खीरी दौरे को देखते हुए और उसे रोकने के लिए उनके लखनऊ स्थित घर के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया है। इतना ही नहीं बल्कि उन्हें रोकने के लिए सड़क को बंद करने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। इसके लिए सड़क के बीच में ट्रक के साथ बेरिकैडिंग भी की गई है। प्रदर्शन करते धरने पर बैठे सपा प्रमुख अखिलेश यादव को विक्रमादित्य मार्ग स्थित उनके निवास से पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। माना जा रहा है कि उन्हें एक रिज़ॉर्ट लेकर जाया जा रहा है। जहाँ उन्हें पुलिस निगरानी में वहीं रखा जाएगा ताकि वो लखीमपुर खीरी न जा सके। हिरासत में लिए गए अखिलेश ने कहा है कि “यह सरकार किसानों पर जिस तरह का अत्याचार कर रही है, उस तरह के अत्याचार अंग्रेजों ने भी नहीं किया होगा ।

केंद्रीय राज्य मंत्री (गृह) अजय मिश्रा और उपमुख्यमंत्री (केशव प्रसाद मौर्य) को इस्तीफा दे देना चाहिए। ₹2 करोड़ साथ ही मरने वाले किसानों के परिजनों को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए।”

अखिलेश यादव से पहले प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया गया था। जो कि सोमवार सुबह लखीमपुर खीरी के लिए रवाना होने वाली थी। लेकिन चकमा देकर वो कल रात ही लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुई । लेकिन प्रियंका गांधी को फिर भी सूबा हरगांव के पास रोक गया और उन्हें हिरासत में ले लिया गया। इस सब के दौरान, प्रियंका गांधी और पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। यूपी कांग्रेस का कहना है कि प्रियंका गांधी को गिरफ़्तारी के बाद पुलिस लाइन ले जाया जा रहा है।

बीएसपी प्रमुखों के करीबी और पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को पुलिस द्वारा नजरबंद करने की खबरें आ रही हैं। बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद एससी मिश्र को कल देर रात यहां लखनऊ में उनके निवास पर नजरबन्द कर दिया गया। जो अभी भी जारी है ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमण्डल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकाण्ड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके। यह अति-दुःखद व निन्दनीय है”। जानकारी के मुताबिक लखनऊ हवाईअड्डे पर भी सीएम चननी सहित कुछ अन्य नेताओं के आगमन को भी रोका जा रहा है । सभी विपक्षी नेताओं को लखीमपुर जाने से रोकने पर उठते सवाल पर योगी सरकार का कहना है कि लखीमपुर खीरी का मामला काफी गंभीर है। ऐसे में नेताओं का वह जमावड़ा पुलिस एवं सरकार की जांच में अड़ंगा लगाएगा।

edited by : अदीबा सिद्दीकी

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