भोलेनाथ को चढ़ाये यह 5 सामिग्री, होगी धन की वर्षा
महाशिवरात्रि 21 फरवरी को हैं , भोलेनाथ के भक्त ये अच्छे से जानते हैं कि भगवान शिव तुरंत और तत्काल प्रसन्न होने वाले देवता हैं, इसीलिए उन्हें आशुतोष कहा जाता है।
भगवान शिव को प्रिय 11 ऐसी सामग्री जो अर्पित करने से भोलेनाथ हर कामना पूरी करते हैं। ये 5 सामग्रियां हैं : जल, बिल्वपत्र, आंकड़ा, भांग, रूद्राक्ष।
रुद्राक्ष : भगवान शिव ने रुद्राक्ष उत्पत्ति की कथा पार्वती जी से कही है, एक समय भगवान शिवजी ने एक हजार वर्ष तक समाधि लगाई, समाधि पूर्ण होने पर जब उनका मन बाहरी जगत में आया, तब जगत के कल्याण की कामना वाले महादेव ने अपनी आंख बंद कीं।
उन्हीं से रुद्राक्ष के वृक्ष उत्पन्न हुए और वे शिव की इच्छा से भक्तों के हित के लिए समग्र देश में फैल गए। उन वृक्षों पर जो फल लगे वे ही रुद्राक्ष हैं।
तभी उनके नेत्र से जल के बिंदु पृथ्वी पर गिरे,उन्हीं से रुद्राक्ष के वृक्ष उत्पन्न हुए और वे शिव की इच्छा से भक्तों के हित के लिए समग्र देश में फैल गए। उन वृक्षों पर जो फल लगे वे ही रुद्राक्ष हैं।
जल : शिव पुराण में कहा गया है कि भगवान शिव ही स्वयं जल हैं शिव पर जल चढ़ाने का महत्व भी समुद्र मंथन की कथा से जुड़ा है,अग्नि के समान विष पीने के बाद शिव का कंठ एकदम नीला पड़ गया था।
बिल्वपत्र : भगवान के तीन नेत्रों का प्रतीक है बिल्वपत्र,अत: तीन पत्तियों वाला बिल्वपत्र शिव जी को अत्यंत प्रिय है। प्रभु आशुतोष के पूजन में अभिषेक व बिल्वपत्र का प्रथम स्थान है, ऋषियों ने कहा है कि बिल्वपत्र भोले-भंडारी को चढ़ाना एवं 1 करोड़ कन्याओं के कन्यादान का फल एक समान है।
आंकड़ा : मान्यता है की भोलेनाथ को आंकड़ा के फूल चढ़ाना सोने का दान करने के बराबर है।
भांग : भांग ध्यान केंद्रित करने में मददगार होती है,इससे वे हमेशा परमानंद में रहते हैं,समुद्र मंथन में निकले विष का सेवन महादेव ने संसार की सुरक्षा के लिए अपने गले में उतार लिया।
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