बरेली : स्मार्ट सिटी के दावे “हाई फाई” पर हकीकत “हवा हवाई” , सड़के देतीं हैं हादसों को दावत

मेयर उमेश गौतम का कहना है बरेली स्मार्ट सिटी है लेकिन स्मार्ट सिटी का चेहरा अति भयावह

बरेली में शमशान भूमि को जाने वाले रास्ते पर कई सालों से आज तक कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ दो-दो फीट तक जलभराव की स्थिति बनी हुई है। कोई देखने वाला नहीं है लेकिन कहा बरेली को स्मार्ट सिटी जा रहा है। देखने वाली बात तो यह है की वंशी नगला मठिया से लेकर बेकरी तक लगभग 500 मीटर की दूरी पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है।

यहां से लोग श्मशान भूमि के लिए अर्थियों को लेकर गुजरते है। लेकिन कभी-कभी इस रास्ते पर इस तरह का हादसा होता है कि अर्थी को ले जाने वाले ठोकर लगने से उसी पानी में गिर जाते हैं जो रास्ते में गड्ढों में भरा रहता है। जिसकी कई बार महा नगर पालिका में शिकायते भी की गई है। लेकिन किसी ने कोई सुध नहीं ली कई शिकायतों के बाद भी कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ।

जब परेशानी जायदा बड़ जाती है तो वहां के बासिंदे अपने घर के सामने ट्रैक्टर ट्रालीयो से खुद मिट्टी पड़वा लेते है। लेकिन सरकार की तरफ से कोई लाभ नहीं हुआ है। जो स्तिथि दिखाई दे रही है उससे सरकार और सरकारी अधिकारियों के स्मार्ट सिटी के दावों झूठा साबित करती नजर आ रही है।

डालचंद मौर्य

 

रिपोर्टर : रहमान

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