पंजाब : CM चन्नी संग दोपहर 3 बजे सिद्धू की मुलाकात, काँग्रेस पार्टी में मची उथल पुथल को ठहराव मिलने के आसार

मीडिया से हुई बातचीत में सिद्धू के सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा ने कहा कि सिद्धू को कांग्रेस नेतृत्व भली भांति समझता है। वह कांग्रेस नेतृत्व से परे नहीं है ।

मीडिया से हुई बातचीत में सिद्धू के सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा ने कहा कि सिद्धू को कांग्रेस नेतृत्व भली भांति समझता है। वह कांग्रेस नेतृत्व से परे नहीं है । मुस्तफा ने कहा सिद्धू अमरिंदर सिंह नहीं हैं, जिन्होंने कभी कांग्रेस और उसके नेतृत्व की परवाह नहीं की। उन्होंने कहा कि सिद्धू कई बार भावनात्मक रूप से काम करते हैं। कांग्रेस नेतृत्व इसे भलीभांति समझता है और सिद्धू भी काँग्रेस नेतृत्व कि परवाह करते हैं।

नवजोत सिंह सिद्धू ने खुद ट्वीट कर इस बात कि जानकारी दी है की वो आज दोपहर 3 बजे पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से मुलाकात करेंगे। उन्होंने ट्वीट में लिखा , “मुख्यमंत्री ने मुझे बातचीत के लिए आमंत्रित किया है, आज दोपहर 3:00 बजे पंजाब भवन, चंडीगढ़ पहुंचकर हम बातचीत करेंगे, और किसी भी चर्चा के लिए उनका स्वागत है!”

इससे पहले मीडिया से बातचीत में आज सुबह सिद्धू के सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा ने इस बात की ओर इशारा करते हुए कहा था कि बहुत जल्द ही पंजाब कांग्रेस का मुद्दा सुलझ जाएगा। लगे हाथ उन्होंने यह भी कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे। मुस्तफा ने कहा कि वह अगले विधानसभा चुनाव में पंजाब में कांग्रेस का नेतृत्व करेंगे और सभी समस्याओं का जल्द समाधान होगा। उन्होंने कहा कि सिद्धू को कांग्रेस नेतृत्व भली भांति समझता है और वह कांग्रेस नेतृत्व से परे नहीं हैं, और वो भी कॉंग्रेस नेतृत्व की परवाह करते हैं। मुस्तफा ने कहा सिद्धू अमरिंदर सिंह नहीं हैं, जिन्होंने कभी कांग्रेस और उसके नेतृत्व की परवाह नहीं की। उन्होंने कहा कि सिद्धू कई बार भावनात्मक रूप से काम कर देते हैं और कांग्रेस नेतृत्व इसे समझता है।

आपको बता दें की सिद्धू अभी भी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। चन्नी सरकार के कुछ फैसलों और कुछ नापसंद लोगों के कैबिनेट में जगह देने से नाराज सिद्धू ने 28 सितंबर (मंगलवार) को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। सोनिया गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में उन्होंने समझौता करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद बुधवार को भी एक वीडियो संदेश में उन्होंने लड़ाई लड़ते रहने की बात कही थी। सिद्धू को जुलाई के आखिरी हफ्ते में पंजाब कांग्रेस का प्रमुख बनाया गया था। उनके इस्तीफे के बाद से पार्टी ने उन्हें मनाने के प्रयत्न नहीं किए हैं। आज सुबह से उनके आवास पर किसी ने भी जाकर मुलाकात नहीं की है जिसके बाद से ऐसा माना जा रहा है कि काँग्रेस पार्टी के कड़े रुख के बाद सिद्धू के रुख में थोड़ी नरमी आई है। कल सीएम चन्नी ने भी सिद्धू से बात की थी और कहा था कि अगर किसी मुद्दे पर आपत्ति है, तो उसे बातचीत के जरिए ठीक किया जा सकता है। जिसके बाद आज दोपहर 3 बजे सीएम ने सिद्धू को बातचीत के लिए बुलाया है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इस मुलाकात के बाद काँग्रेस में मची उथल पुथल को थोड़ा ठहराव मिलेगा। देखना ये होगा की इस बातचीत का परिणाम क्या होता है ?

edited by : अदीबा सिद्दीकी

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