पीएम नरेंद्र मोदी आज पहुंचे अपने तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे पर, अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से होगी मुलाकात
भारतीय समयानुसार सुबह करीब 3.30 बजे उतरे वाशिंगटन एयरपोर्ट पर,कट्टरपंथ और तालिबान समेत कई अहम मुद्दों पर होनी है वार्ता
पीएम मोदी गुरुवार की सुबह 3.30 बजे अमेरिका पहुंचे। पीएम अमेरीका के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरान वे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर वाशिंगटन डीसी में भारतीय समुदाय को उनके स्वागत के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि गर्मजोशी से स्वागत के लिए वाशिंगटन डीसी में भारतीय समुदाय का आभारी हूं। हमारे प्रवासी हमारी ताकत है। यह प्रशंसनीय है कि कैसे भारतीय लोगों ने दुनिया भर में खुद को प्रतिष्ठित किया है।
अमेरिका रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि , ’22-25 सितंबर के बीच अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान मैं राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा करूंगा और पारस्परिक हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करूंगा।’
इन मुद्दों पर होगी वार्ता
पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन के बीच होने वाली द्विपक्षीय वार्ता में कट्टरपंथ और इस्लामिक आतंकवाद तो प्रमुख मुद्दे हैं ही। इसके अलावा व्यापर, निवेश तथा रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्रों में दोनों देशों के सम्बन्ध और प्रगाढ़ बनाने का मुद्दा भी काफी अहम होगा। कोविड-19, जलवायु परिवर्तन और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे विषयों पर वाशिंगटन में आयोजित होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में भारत का पक्ष रखेंगे।
ये हैं पीएम के दौरे के तय कार्यक्रम
- अमेरिका की बड़ी कंपनियों के सीईओ के साथ होगी पीएम की बैठक
- अमेरिका की बिज़नेस मीटिंग्स में लेंगे हिस्सा
- 24 सितंबर को वाशिंगटन में होने वाली क्वाड बैठक में होंगे शामिल
- बैठक में जापान क्वाड सदस्य देश जापान और ऑस्ट्रेलिया के पीएम से होगी भेंट
- जापान और ऑस्ट्रेलिया के पीएम से होगी पीएम मोदी की द्विपक्षीय वार्ता
- 24 सितंबर की शाम को पीएम मोदी जाएंगे वाशिंगटन से न्यूयॉर्क
- 25 सितंबर को न्यूयॉर्क में मोदी UN महासभा को करेंगे संबोधित
जानिए क्या है क्वाड?
दरअसल क्वाड हिंद-प्रशांत क्षेत्र के चार देशों भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान का एक समूह है जो एक अनौपचारिक रणनीतिक वार्ता मंच है। यह ‘स्वतंत्र’, ‘समृद्ध’ और खुले भारत-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करने और समर्थन के लिये इन देशों को एक साथ एक मंच प्रदान करता है।
सबसे पहले क्वाड की अवधारणा औपचारिक रूप से वर्ष 2007 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे द्वारा प्रस्तुत की गई थी। हालाँकि इस दौरान चीन ने अपने निजी हितों के लिए ऑस्ट्रेलिया पर गैर जरुरी दबाव बनाया जिसके कारण के ऑस्ट्रेलिया को पीछे हटना पड़ा था। इसी कारण यह अवधरणा उस समय मूर्त रूप नहीं ले पायी।
नवंबर 2017 में हुए आसियान शिखर सम्मेलन के एक दिन पहले क्वाड की स्थापना हुई थी। इसका मकसद हिंद-प्रशांत क्षेत्र को किसी बाहरी शक्ति (विशेषकर चीन) के प्रभाव से मुक्त रखने हेतु नई रणनीति बनाना था।
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