सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बड़ा हमला- कानपुर कांड की निष्पक्ष जांच भी उनसे…जो खुद कठघरे में खड़े हैं !
लखनऊ. कानपुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे अभी भी पुलिस की गिरफ्तर से बाहर है। घटना के 5 दिन बाद भी विकास दुबे को न पकड़ पाना यूपी पुलिस की सबसे बड़ी नाकामी मानी जा रही हैं। सपा प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी की कानून व्यवस्था और कानपुर कांड की जांच कर रहे अधिकारियों को लेकर सरकार पर निशाना साधा है।
उप्र सत्ता व अपराध के गठजोड़ के उस वीभत्स दौर में है, जहाँ न तो पुलिस को मारनेवाले दुर्दांत अपराधी पर कोई कार्रवाई हुई है और न ही उस अधिकारी पर जिसकी संलिप्तता का प्रमाण चतुर्दिक उपलब्ध है. ऐसे में तथाकथित निष्पक्ष जाँच भी उनसे करवाई जा रही है, जो ख़ुद कठघरे में खड़े हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 8, 2020
बुधवार को सपा प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा, कि उप्र सत्ता व अपराध के गठजोड़ के उस वीभत्स दौर में है, जहाँ न तो पुलिस को मारनेवाले दुर्दांत अपराधी पर कोई कार्रवाई हुई है और न ही उस अधिकारी पर जिसकी संलिप्तता का प्रमाण चतुर्दिक उपलब्ध है। ऐसे में तथाकथित निष्पक्ष जाँच भी उनसे करवाई जा रही है, जो ख़ुद कठघरे में खड़े हैं।
आपको बता दें, कानपुर में मोस्ट वांटेड विकास दुबे की गिरफ्तारी को पहुंची पुलिस टीम पर हमले में शहीद सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र के पत्र को लेकर जांच के घेरे में आए तत्कालीन एसएसपी और मौजूदा डीआईजी एसटीएफ अनंत देव तिवारी को मंगलवार रात को शासन ने हटाकर मुरादाबाद पीएसी भेज दिया।
अभी तक वह एसटीएफ की उस टीम का हिस्सा थे जो कानपुर मुठभेड़ कांड की जांच कर रही है। मंगलवार को पत्र प्रकरण की जांच करने पहुंचीं आईजी लक्ष्मी सिंह की रिपोर्ट आने के बाद योगी सरकार ने उन्हें हटाने का फैसला किया। इससे पहले सीओ देवेंद्र मिश्र के परिजनों ने भी अनंत देव पर सवाल खड़े किए थे। इसी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे मामले के जांच के आदेश दिए थे।
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