लखनऊ: कांग्रेस के इस नेता के निधन से शोक में डूबे प्रमोद तिवारी

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष माता प्रसाद दुबे के निधन से पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई। बताया जा रहा है माता प्रसाद दुबे को मंगलवार सुबह सीने में दर्द की शिकायत थी जिसके बाद उन्हे जिला मंडलीय अस्पताल ले जाया गया। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। दुबे के निधन की खबर मिलते ही जिले में शोक की लहर दौड़ गई।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के प्रखर वक्ता, पूर्व अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी मिर्जापुर, तथा सदस्य, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी, और मेरे अनन्य बड़े भाई रहे माता प्रसाद दुबे के निधन से मैं बहुत दु:खी एवं आहत हूँ। उनकी स्पष्टवादिता, कांग्रेस पार्टी, किसान, गरीब, मजदूर तथा समाज के असहाय व्यक्तियों के प्रति समर्पण एवं अन्याय के विरुद्ध उनके संघर्ष को उनके साथी ही नहीं बल्कि उनके विरोधी भी लोहा मानते थे। जीवन पर्यन्त उन्होंने किसान, मजदूर और गरीब तथा समाज के असहाय व्यक्तियों की आवाज बुलन्द करते रहे। प्रमोद तिवारी ने उनके भाई केदारनाथ दुबे, पूर्व प्राचार्य से दूरभाष पर वार्ता करके शोक संवेदना व्यक्त की, और स्व. माता प्रसाद दुबे को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये कहा है कि उनके चले जाने से जहां किसान, मजदूर और समाज के गरीब तपके के लोगों ने अपना शुभचिन्तक खो दिया है वहीं उत्तर प्रदेश, विशेष रूप से मिर्जापुर का व्यक्तिगत नुकसान हुआ है।

आपको बता दें, माता प्रसाद दुबे ने कांग्रेस पार्टी से एमपी, एमएलए से लेकर नपाध्यक्ष तक का चुनाव लड़ा। धोती- कुर्ता पहने माता प्रसाद सादगी की मिसाल थे। दूसरों की मदद के लिए वह सदैव तत्पर रहे। पूर्व जिलाध्यक्ष कोन विकास खंड के मुजेहरा गांव निवासी थे। उनके निधन पर पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई।

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