टोक्यो पैरा-ओलम्पिक में भारत का शानदार सफर, 5 गोल्ड के साथ जीते 19 मेडल

भारत पदक तालिका में 26वें स्थान पर, चीन ने 93 गोल्ड के साथ कुल 199 मेडल जीते

टोक्यो में पैरा ओलंपिक गेम्स में भारतीय खिलाडियों ने पाँच गोल्ड, आठ सिल्वर और छह ब्रॉन्ज़ मेडल जीते। आख़िरी दिन भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी कृष्णा नागर ने गोल्ड और सुहास यतिराज ने सिल्वर मेडल जीता। सिल्वर मेडल जीतने वाले सुहास यतिरात पेशे से आईएएस अधिकारी भी हैं. इससे पहले भारत के प्रमोद भगत ने भी शनिवार को पैरालंपिक खेलों में बैडमिंटन में गोल्ड मेडल जीत कर इतिहास रच दिया। पैरा ओलंपिक के बैडमिंटन खेल में गोल्ड जीतने वाले वो पहले भारतीय बन गए हैं.

 

इसके अतिरिक्त बैंडमिंटन में ही मनोज सरकार ने भी ब्रॉन्ज़ मेडल अपने नाम कर लिया. आखिरी दिन के प्रदर्शन के बाद भारत पदक तालिका में 26वें स्थान पर पहुंच गया है। चीन ने 93 गोल्ड मेडल के साथ कुल 199 मेडल जीते है, पदक तालिका में चीन पहले स्थान पर है वही 41 गोल्ड के साथ 122 मेडल लेकर ब्रिटेन दूसरे स्थान पर काबिज है.

भारत के गोल्ड मेडल विजेता

टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भारत नें पाँच गोल्ड मेडल हासिल किए हैं, जिसमे दो शूटिंग, दो बैडमिंटन व एक जैवलिन थ्रो में मिला है।
देश के लिए सबसे पहला गोल्ड मेडल महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफ़ल शूटिंग मुक़ाबले में अवनि लखेरा ने हासिल किया था।

Awani Lakhera

 

दूसरा गोल्ड मेडल सुमित एंटिल ने जैवलिन थ्रो में प्राप्त किया. इसके बाद 50 मीटर पिस्टल की शूटिंग प्रतियोगिता में मनीष नरवाल ने तीसरा, प्रमोद भगत ने बैडमिंटन मुकाबले में देश को चौथा गोल्ड दिलाया। कृष्णा नागर ने भी बैडमिंटन में ही देश के लिए पांचवां गोल्ड मेडल जीता।

Manish Narwal

गोल्ड मेडल के लिहाज से इससे पहले 2016 रियो पैरालंपिक भारत का सबसे बढ़िया प्रदर्शन था।
उसमे भारत को दो गोल्ड मेडल और कुल चार मेडल मिले थे. वहीं 2016 से पहले कुल मिलाकर केवल दो ही गोल्ड मेडल भारत को हासिल हुए थे.

Pramod Bhagat

इसका मतलब यह कि 2020 के पहले तक भारत ने पैरालंपिक खेलो में कुल चार गोल्ड मेडल प्राप्त किए थे.

टोक्यो पैरालंपिक खेलों में अब तक प्राप्त हुए पाँच गोल्ड मेडल को देखते हुए यह भारत का सबसे बढ़िया प्रदर्शन कहा जाएगा.

सिल्वर मेडल विजेता

टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भारत ने कुल 8 सिल्वर मेडल पाए हैं. इसमें से सबसे ज्यादा पाँच सिल्वर मेडल एथेलेटिक्स में मिले हैं. हालांकि 2020 खेलों के पहले तक जितने भी पैरालंपिक मेडल भारत ने हासिल किए थे, उनमें सिल्वर मेडल संख्या केवल कुल चार थी. जिनमे से दो 1984 के खेलों में प्राप्त हुए थे, जबकि एक-एक 2012 और 2016 के पैरालंपिक खेलों में मिले थे.

इस बार देश के लिए सबसे पहला सिल्वर मेडल भाविना पटेल ने टेबल टेनिस के एकल मुक़ाबले में जीता है। इनके बाद निषाद कुमार ने हाई जंप में, तो योगेश कथुनिया ने चक्का फेंक में सिल्वर मेडल हासिल किया है।

Bhavana Patel

देंवेद्र झाझरिया ने जैवलिन थ्रो में सिल्वर प्राप्त किया. इसके बाद, मरियप्पन थंगावेलू व प्रवीण कुमार दोनों ने हाई जंप में सिल्वर मेडल देश के नाम किया।

सिंहराज अढ़ाना ने शूटिंग के 50 मीटर पिस्टल मुक़ाबले में सिल्वर मेडल प्राप्त किया है. नोएडा के डीएम व बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास यतिराज ने खेल के आख़िरी दिन रविवार को सिल्वर मेडल जीता।

ब्रॉन्ज़ मेडल विजेता

2020 के पैरालंपिक खेलों में देश की झोली में कुल 6 ब्रॉन्ज़ मेडल आए हैं. इनमें से दो-दो एथेलेटिक्स और शूटिंग में , एक-एक आर्चरी और बैडमिंटन में हासिल हुआ हैं. सबसे पहले भाला फेंकने में सुंदर सिंह गुर्जर ने ब्रॉन्ज़ मेडल प्राप्त किया.

Suder Singh Gurjar

शूटिंग के 10 मीटर एयर पिस्टल मुक़ाबले में सिंहराज अढ़ाना ने ब्रॉन्ज़ अपने नाम किया.इसके बाद सिंहराज ने शूटिंग के 50 मीटर पिस्टल मुक़ाबले में भी सिल्वर मेडल हासिल किया।

शरद कुमार ने हाई जंप में ब्रॉन्ज़ प्राप्त किया। वही शूटिंग में गोल्ड जीतने वाली अवनि लेखारा ने शूटिंग के 50 मीटर राइफ़ल मुक़ाबले में ब्रॉन्ज़ मेडल भी जीता।

इस बार के पैरालंपिक खेलों में अवनि लेखारा और सिंहराज अढ़ाना ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपने नाम दो- दो मेडल किए हैं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेडल जीतने वाले सभी खिलाड़ियों को फ़ोन पर बात करते हुए व्यक्तिगत रूप से बधाई दी हैं.

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