फिरोजाबाद: नहीं थम रहा मौतों का आंकड़ा, प्रशासन का सुस्त प्रदर्शन जारी

18 सदस्यीय चिकित्सकीय टीम एवं 11 सदस्यीय आईसीएमआर की टीम ने पीड़ित इलाकों में पता लगाने का काम शुरू किया

सूबे के फिरोजाबाद (firojabad) में अनजान बुखार से मरने वालों की संख्या में कोई रुकावट दर्ज नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री से लेकर आला अधिकारीयों के ताबड़तोड़ दौरों के बावजूद मेडिकल प्रशासन बीमारी पर रोकथाम नहीं कर पा रहा है। हालात बद से बदतर होते जा रहे है।
इसीबीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) का 11 सदस्यीय दल फिरोजबाद पहुंच गया है और बुखार के कारणों का पता लगा रहा है।

अभी तक आईसीएमआर की टीम की रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। टीम के सदस्य घूम घूम कर पीड़ित इलाकों में पानी और लार्वे के सैंपल व पीड़ित लोगों से लक्षण के बारे में जानकर अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे। वहीं इन मौतों पर प्रशासन की कार्यवाही की बात करें तो जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि चिकित्सक गिरीश श्रीवास्तव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सैलई, डॉक्टर सौरव एवं जनस्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉक्टर रुचि यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

लखनऊ में अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया है की सात से 16 सितंबर तक प्रदेशव्यापी सर्विलांस कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे एवं स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर बुखार से पीड़ित और कोविड के लक्षण वाले लोगों की पहचान करेंगे। जिन ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में एक या उससे अधिक डेंगू रोगी पाए जाएंगे, वहां टीम भेजकर एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जाएगा।

 

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