मथुरा: सनातन धर्म और इस्‍लाम के बंटवारे से परे है मथुरा के मुस्लिम, देते हैं भाईचारे का उदाहरण

धर्म की आड़ में मजहब के नाम पर कट्टरता फैलाने वालों की इस देश में कमी नहीं है। तो वहीं इस देश में ऐसे भी उदाहरण हैं जो सनातन धर्म और इस्‍लाम के बंटवारे से परे खुद को भगवान कृष्‍ण की भक्ति में डुबोकर भवसागर को पार कर चुके हैं।

भगवान कृष्‍ण के जन्‍मोत्‍सव की खुशियां देशभर में चल रही है। धर्म औऱ मजहब के कई रंग तो आपने देखे होंगे कई मर्तबा गंगा जमुनी तहजीब भी देखी होगी। इसको जोड़ती एक कड़ी से आज आपको रूबरू कराएंगे -गायक सलमान से जो भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियां किस तरह कर रहे है ,गायक अहजाज अहमद व सलमान अहमद ,ये मुस्लिम होने के साथ कृष्ण भक्त भी है।

ब्रज में ना केवल ब्रजवासी लाला के जन्म की तैयारियों में लगे हैं बल्कि हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई व समस्त बृजवासी देश विदेश से आए श्रद्धालु सभी लाला के जन्म की तैयारी में लगे हुए हैं। कृष्ण जन्म में कुछ ही घंटे शेष है जिसकी तैयारियों में कान्हा की नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया है।

आज के बदलते दौर में लोगों के बीच भेदभाव बढ़ता ही जा रहा है फिर वो चाहे जातिवाद हो या फिर धार्मिक भेदभाव। इन सभी के बीच हमारा समाज उलझता ही जा रहा है उसमें कही न कही राजनितिक लोग भी हैं जो धर्म के नाम पर अपने वोटों कि राजनीति कर समाज के कई भाग करने से परहेज नहीं करते हैं।

 

इसी बिखरे समाज में आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जो कि धर्मों के बीच में खिची इस लकीर को मिटाने की पहल जरूर कर रहे हैं। ​और इस बिखरे समाज को जोड़ने का काम करने वाले ये पिता पुत्र गायक अहजाज अहमद ब सलमान अहमद ,यह कृष्ण की नगरी के वह गायक है जो कान्हा के भजनों से सबका मन मोह लेते हैं। हर वर्ष जन्माष्टमी में गायक एजाज अहमद व सलमान अहमद अपनी टीम के साथ अनेकों कार्यक्रमों में प्रस्तुतियां देते हैं आपको दिखाते है कि किस तरह से मनाया जाता है कृष्ण की नगरी में मुस्लिम भक्तों द्वारा जन्माष्टमी का पर्व ।

बाइट – गायक सलमान अहमद

बाइट – अहज़ाज अहमद

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