मथुरा : विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही क्यों बढ़ रही है महामारी?

जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे चुनाव जीतने की तैयारियों में पार्टियां लग गई है, लेकिन जनता का ख्याल अब किसी को नहीं है,

जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे चुनाव जीतने की तैयारियों में पार्टियां लग गई है, लेकिन जनता का ख्याल अब किसी को नहीं है, आपको बता दें कि कोरोना महामारी अभी देश से गई नहीं है बल्कि टेस्टिंग रोकने के बाद यहां बड़ा रूप लेने लगी है। ऐसा ही एक मामला जनपद मथुरा के क्षेत्र में सामने आया है, जहां लगातार बुखार से कई मौतें हो गई हैं, बुखार आने के बाद एक ही गांव के 6 मौतों के बाद दो नाबालिगों की मौत हो गई जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है वहीं ग्रामीणों द्वारा गांव से पलायन शुरु कर दिया गया है ।

फरह के गांव कोंह में बुखार से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को बुखार की चपेट में आकर दो बच्चों की मौत ओर हो गई। इन मौतों से आक्रोशित ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गांव से पलायन शुरू कर दिया।

एसडीएम व विधायक ने ग्रामीणों को हरसंभव इलाज की व्यवस्था कराने का आश्वासन देकर शांत कराया। कोंह व पिपरोठ में सेकड़ों से अधिक लोग बुखार से पीड़ित हैं। कोह में लगातार बुखार से मौतें हो रही हैं। फिर भी जिला प्रशासन की नींद टूट नहीं रही है। वह केवल मौत होने का सिलसिला देख रहा है। चार वर्षीय हनी व सेवक की मौत हो गई कई दिनों से बुखार से पीड़ित थे। पहले इन्होंने गांव आई स्वास्थ्य विभाग की टीम से दवाएं लीं। लेकिन फायदा नहीं हुआ। सोमवार को इनकी मौत हो गई।

विकास खंड के गांव को कोंह व पिपरोठ में इन दिनों डेंगू मलेरिया के बुखार से ग्रामीण तप रहे हैं और आगरा, मथुरा,भरतपुर में इलाज करा रहे हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों गांवों में कैंप लगाकर दवा का वितरण भी किया है लेकिन बीमारी रुकने का नाम नहीं ले रही है , अवनीश पुत्र जगदीश रूचि पुत्री भगवान सिंह रनिंग या पुत्री रंजीत रेखा पुत्री जितेंद्र की मौत की खबर की प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रसासन की नीद टूटू तो गांव की तरफ दौड़ पड़े। गांव पहुँच कर सामुदायिक स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी डॉक्टर पारुल मित्तल ने गांव में तीन टीम बनाकर दवा वितरण शुरू कर दिया लेकिन दवा वितरण ओर गांव में तैनात डॉक्टर इलाज के बाद भी सेवक पुत्र हरिशंकर व हनी पुत्री वेदप्रकाश की जान नही बचा सके।ग्राम प्रधान हरेन्द्र गांव में सफाई करवाई ।

Report- Shreya

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