काबुल : अफगानिस्तान में किसी भी प्रकार की सैन्य कारवाई को लेकर तालिबान ने भारत को चेताया
कुछ समय से ऐसा कहा जा रहा है कि हो सकता है कि भारत अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को देखते हुए वहां पे अपनी सेना को भेज सकता है।
भारत के पड़ोसी मित्र देश अफगानिस्तान में अमेरिकी और नाटो सेना के जाने के बाद से तालिबान ने अफगानिस्तान की ज़मीन को अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया है। तालिबानी लड़ाकों ने कुछ ही समय में अफगानिस्तान के 70 प्रतिशत भू-भाग पे अपना कब्ज़ा जमा लिया है। अब वो वहां की राजधानी काबुल से मात्र 50 किलोमीटर की दुरी पे खड़ा है।
संयुक्त राष्ट्र ने भी तालिबान से अफगानिस्तान में हो रहे हमलों को रोकने की अपील की है। इसके अलावा कुछ दिन पहले अमेरिका तालिबान के ठिकानों पे बमबारी भी कर चूका है। जिसमे कई सारे तालिबानी लड़ाके मारे गए थे। इसके बावजूद तालिबान अफगानिस्तान की तरफ बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। भारत ने भी अफगानिस्तान में हो रहे हमलों की निंदा की है।
कुछ समय से ऐसा कहा जा रहा है कि हो सकता है कि भारत अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को देखते हुए वहां पे अपनी सेना को भेज सकता है। या फिर तालिबान पे सैन्य करवाई कर सकता है। बहरहाल अभी भारत सरकार की तरफ से ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया गया है। ऐसे ही एक सवाल के पूछें जाने पर चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अफगानिस्तान में भारत को सैन्य मौजूदगी से बचना चाहिए।
भारत को लेकर दिया बयान
भारत की एक प्रतिष्ठित समाचार एजेंसी से बात करते हुए तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा, ‘सैन्य भूमिका से आपका मतलब क्या है? अगर वे अफगानिस्तान में सैन्य दखल देते हैं, तो मुझे नहीं लगता कि यह उनके लिए अच्छा होगा। उन्होंने अफगानिस्तान में दूसरे देशों की सैन्य मौजूदगी का भाग्य देखा है। यह उनके लिए खुली किताब है।
भारत के कामों की करी सहराना
शाहीन ने साथ ही कहा कि अफगान के लोगों या राष्ट्रीय परियोजनाओं को लेकर उनकी (भारत की) मदद, मुझे लगता है कि तारीफ के काबिल है। उन्होंने कहा, ‘डैम, नेशनल प्रोजेक्ट्स, इंफ्रास्ट्रक्चर और कुछ भी जो अफगानिस्तान के विकास, इसके दोबारा निर्माण, आर्थिक समृद्धि और अफगानिस्तान के लोगों के लिए किए गए कामों की सराहना करते हैं।’
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