वाराणसी: शवदाह के लिए नावें के सहारे मोक्ष की जुगत

गंगा उफान पर है सभी हद और सीमाएं तोड़ती गंगा तट के निवासियों का जीवन तो पहले ही दुभर है अब मृतक को मोक्ष की कामना करने बाले परिजनों को परीक्षा देनी पड़ रही है और ये परीक्षा है परेशानियों को झेलने की।

गंगा उफान पर है सभी हद और सीमाएं तोड़ती गंगा तट के निवासियों का जीवन तो पहले ही दुभर है अब मृतक को मोक्ष की कामना करने बाले परिजनों को परीक्षा देनी पड़ रही है और ये परीक्षा है परेशानियों को झेलने की।

लिहाज़ा मणिकर्णिका घाट पर शवदाह करने वालों की लालसा मुश्किलें की राह से गुजर रही हैं। गलियों में बाढ़ की पानी भर जाने के कारण नावों के जरिए शवों को घाट तक ले जाना पड़ रहा है। मणिकर्णिका घाट का निचला इलाका जलमग्न होने के कारण छतों पर पहले से ही शवदाह किया जा रहा है। यही हॉल दूसरे श्मशान घाट हरिश्चंद्र घाट का भी है ।सीढ़ियां भी डूब गई हैं। लिहाजा यहां भी गलियों और ऊंचे स्थानों पर शवदाह कराया  जा रहा है।

 

रिपोर्ट- नौमेश कुलदीप श्रीवास्तव

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