कानपुर : भारी बारिश की वजह से लगातार बढ़ रहा है गंगा नदी और पांडु नदी का जलस्तर

स्थानीय लोगों की मानें तो करीब 100 कच्चे घरों में रहने वाले लोग अपना घर बाढ़ के खतरे के चलते छोड़ चुके है और सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन कर रहे है।

लगातार बारिश अब लोगों के लिए परेशानी की वजह बन गयी है। खासकर के उन लोगों के जो निचले इलाकों में रहते है। प्रदेश में भारी बारिश की वजह से निचले इलाकों में तेजी से पानी भर रहा है। ऐसा ही कुछ गंगा नदी पे बसा शहर कानपुर है। यहां पे गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और उसकी सहायक पांडु नदी का भी जल अब निचले इलाकों में बने घरों में घुसने लगा है। जिसके चलते लोगों को अपने-अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पे जा रहे है।

स्थानीय लोगों की मानें तो करीब 100 कच्चे घरों में रहने वाले लोग अपना घर बाढ़ के खतरे के चलते छोड़ चुके है और सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन कर रहे है। बड़ी नदियों में बढ़ते जलस्तर की वजह से लोगों को अब बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।

कानपुर में प्रमुख रूप से गंगा नदी और पांडु नदी बहती है जिसमें दोनों ही नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। वहीं पांडु नदी के किनारे बसे कानपुर के बर्रा 8 इलाके के पास वरुण विहार, तात्या टोपे नगर, मेहरबान सिंह का पुरवा में पानी काफी बढ़ गया है. नदी में बढ़ा जलस्तर अब यहां रहने वाले लोगों को खासा परेशान कर रहा है।

अधिकारियों ने निचले इलाकों का किया दौरा

गंगा और पांडु नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए डीसीपी साउथ रवीना त्यागी अपने पुलिस कर्मियों के साथ मौके का मुआयना करने पहुंची थी और नगर आयुक्त शिव शरनप्पा ने भी वरुण बिहार, मेहरबान सिंह का पुरवा, तात्या टोपे नगर जाकर हकीकत जानी है।

असल में कानपुर के इन इलाको में कच्चे मकान पांडु नदी की निचले इलाके में अवैध रूप से कब्जा करके बनाए गए हैं जिससे लोगों को परेशानी होना लाज़मी बनती है। तीन बार नोटिस भी दिया जा चुका है लेकिन बावजूद इसके लोग अपने कब्जे जमा कर यहां पर रह रहे हैं। प्रशासन भी इन लोगों को कई बार नोटिस भेज चूका है।

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