लखनऊ : ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से की मुलाकात

वहीं अगर बीजेपी की बात करे तो प्रदेश में बीजेपी मोदी और योगी के दम पे ही इस बार का चुनाव लड़ रही है। तो ये देखना काफी दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में बीजेपी का क्या निर्णय होता है।

जैसे-जैसे 2022 के विधानसभा चुनावों का समय पास आ रहा है, वैसे-वैसे प्रदेश में राजनीतिक गणित को बदलते हुए देखा जा रहा है। इस वक़्त सारी राजनीतिक पार्टियां चुनावों को लेकर सारे विकल्पों पर विचार कर रही है, मतलब किस पार्टी से गठबंधन करना सही होगा और किस समाज को अपनी तरफ लाने से चुनावों में हमे फ़ायदा मिलेगा। इसी को देखते हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात करके सबको ताजुब में दाल दिया है।

आज लखनऊ में करीब एक घंटा चली इस मुलाकात के पीछे राजनीतिक गठबंधन को बताया जा रहा है। मीडिया से बात करते हुए ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि, “ये एक शिष्टाचार मुलाकात थी. देश पहले कृषि प्रधान था, अब जाति प्रधान देश है। हम पिछली जाति से आते हैं। वह भी पिछड़ी जाति से आते हैं। इसलिए हम मुलाकात करते रहते हैं।”

इस शर्त पे करेंगे गठबंधन

बीजेपी के साथ गठबंधन के सवाल पर राजभर ने कहा कि, ”कौन नहीं चाहता ओम प्रकाश से गठबंधन हो जाए। हमारी पांच शर्तें हैं। अगर बीजेपी शर्तें मान लें तो उसके बाद विचार करेंगे। क्योंकि मैं धोखा खा चुका हूं। एक शर्त ये है कि चुनाव जीतने पर पिछड़ी जाति का नेता ही मुख्यमंत्री होगा। प्रदेश 52 फीसदी पिछड़ी आबादी है। ऐसे कैसे कि वोट हमारा और राज तुम्हारा। अब ऐसा नहीं होगा। वोट हमारा होगा और राज भी हमारा होगा। हम 2022 करके दिखाएंगे।”

अगर राजभर की ये 5 मांगे बीजेपी मान लेती है तो इसका साफ़ और सीधा मतलब ये है कि 2022 में बीजेपी अगर विधानसभा चुनाव जीत जाती है तो योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री उम्मीदवार नहीं होंगे। वहीं अगर बीजेपी की बात करे तो प्रदेश में बीजेपी मोदी और योगी के दम पे ही इस बार का चुनाव लड़ रही है। तो ये देखना काफी दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में बीजेपी का क्या निर्णय होता है।

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