लखनऊ विश्वविद्यालय के व्हाट्सएप ग्रुप में किसी ने भेजी अश्लील फोटो और कंटेंट, चार दिन बाद भी पुलिस नहीं लगा पाई पता
उस शख्स ने इस नए ग्रुप पर भी अश्लील फोटो और कंटेंट भेजा। इन सब घटना की शिकायत विश्वविद्यालय प्रबंधन को दी गयी। जिसके बाद पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज़ करवाई गयी।
लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा बनाये गए एक व्हाट्सएप ग्रुप में अश्लील फोटो और कंटेंट आने से बवाल मच गया है। ऑनलाइन प्रजेंटेशन के लिए बनाए गए इस व्हाट्सएप ग्रुप में बीते चार दिनों में दो बार श्लील सामग्री पोस्ट की ही गयी। अश्लील फोटो और कंटेंट ग्रुप में डालने वाला यही नहीं रुका। उसने ग्रुप से छात्र, छात्राओं और शिक्षकों के नंबर चुराकर एक अलग ग्रुप ही बना दिया।
उस शख्स ने इस नए ग्रुप पर भी अश्लील फोटो और कंटेंट भेजा। इन सब घटना की शिकायत विश्वविद्यालय प्रबंधन को दी गयी। जिसके बाद पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज़ करवाई गयी।
विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर प्रो. दिनेश कुमार ने हसनगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है। जिसके बाद पुलिस ने स्टूडेंट्स से पूछताछ शुरू कर दी है। कोरोना की वजह से ऑनलाइन क्लासेस की वजह से ये ग्रुप बनाये गए है। खबरों के मुताबिक 21 जुलाई की रात 1.13 पर एक बार फिर से उस व्यक्ति ने ग्रुप पर अश्लील सामग्री भेजी. साथ ही एक अलग ग्रुप बनाकर भी सभी को जोड़ा और अश्लील फोटो भेजे।
विश्वविद्यालय के काम पे भी उठ रहे है सवाल
व्हाट्सएप ग्रुप में अश्लील फोटो और कंटेंट भेजे जाने के मामले में लखनऊ विश्वविद्यालय पर भी सवाल उठ रहे है। असल मे इस ग्रुप में वो अनजान नंबर ग्रुप में जुड़ने का इनवाइट मिलने के बाद शामिल हुए। ऐसे में सवाल ये कि इतने महत्वपूर्ण ग्रुप में किसी अनजान नंबर को एक्सेस कैसे मिल गयी। यहीं नहीं अगर उन नंबरों से एक दिन पहले अश्लील फोटो ग्रुप में आ चुकी थी तो उन्हें उसी वक़्त ही क्यों नहीं ब्लॉक कर दिया गया।
4 दिन बाद भी पुलिस नहीं लगा पाई आरोपियों का पता
इस मामले को सामने आये 4 दिन होने को है। इसके बावजूद भी पुलिस अभी तक न ही उन नंबरों को ट्रेस कर पाई है और न ही उन आरोपियों के बारे में कोई जानकारी निकाल पाई है। जिसकी वजह से पुलिस के काम पे भी कई सवाल उठ रहे है।
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