भगवान शिव को प्रिय ये 5 फूल सेहत के लिए हैं वरदान, जानें इसके बारे में..

भगवान शिव के प्रिय मास सावन की शुरुआत हो चुकी है। इस पवित्र महीने में भोलेबाबा के भक्त उन्हें प्रसन्न करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।

भगवान शिव के प्रिय मास सावन की शुरुआत हो चुकी है। इस पवित्र महीने में भोलेबाबा के भक्त उन्हें प्रसन्न करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार,भगवान शिव एकमात्र ऐसे देव हैं, जो अपने भक्तों की पूजा-पाठ से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। सावन के महीने में भोले भंडारी को भांग-धतूरा, सफेद फूल,बेल-पत्र चढ़ाने की परंपरा के बारे में तो ज्यादातर सभी लोग जानते हैं लेकिन आज आपको बताते हैं शिव को प्रिय ऐसे 5 फूलों के बारे में जो सेहत के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं है।

धतूरा (Thorn Apple)
धतूरा भगवान शिव को सबसे ज्यादा प्रिय फूल में से एक है।धतूरा के बीजों से औषधि बनाने के लिए एल्कोलाड निकाला जाता है। आयुर्वेद की कई दवाओं में इनका उपयोग होता है।

फायदे-
धतूरे का सेवन दमा, सूजन, गर्भधारण, मिर्गी, बवासीर और कमजोरी जैसी तमाम समस्‍याओं के लिए होता है। माना जाता है कि धतूरे की मदद से गंजेपन की समस्या दूर करने के साथ बालों की डैंड्रफ भी दूर होती है।

मदार (Akwan)
मदार सफेद अथवा नीले रंग के फूल होते हैं। शिवजी को प्रिय इन फूलों की माला बनाकर चढ़ाई जाती है।

फायदे-
मदार का फूल अकोवा और आर्क के नाम से भी जाना जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसके फूल-पत्तियों का इस्तेमाल अस्थमा, डायबिटीज, कुष्ठ रोग और बवासीर जैसी बीमारियों को दूर करने में मदद करता है।

गुड़हल (Hibisus)
गुड़हल के फूल भी शिवजी को बहुत प्रिय माने जाते हैं। शिव की पूजा में लाल एवं सफेद गुड़हल का ही विशेष महत्व माना जाता है।

फायदे-
आयुर्वेद में गुड़हल को बालों के लिए सबसे बेहतरीन जड़ी-बूटी के रूप में जाना जाता है। इसके औषधीय गुण बालों से जुड़ी हर समस्‍या को दूर करने में मदद करते हैं।

मोगरा (Mogra)
मोगरा सफेद रंग का यह मनमोहक खुशबूवाला फूल भगवान शिव को संतान प्राप्ति के लिए अर्पित किया जाता है।

फायदे-
मोगरे के फूल में एंटीएजिंग गुण पाए जाते हैं जो स्किन पर फाइन लाइन्स और एजिंग प्रोसेस को धीमा करते हैं। स्ट्रेच मार्क और दाग-धब्बे को दूर करने के लिए मोगरे के तेल को पेट्रोलियम जेली और नारियल तेल के साथ उपयोग करना फायदेमंद होता है।

नील कमल (Blue Waterlily)
नील कमल को लेकर ऐसी मान्यता है कि हजार कनेर के फूल चढ़ाने से जो पुण्य मिलता है, उतना ही पुण्य नील कमल का मात्र एक फूल चढ़ाने से मिलता है। यह फूल लक्ष्मी जी की प्राप्ति के लिए भी बहुत उपयोगी माना जाता है।

फायदे-
नील कमल के फूल में अवसाद दूर करने, दिमाग तेज करने , गैस की समस्या दूर करने के साथ मासिक धर्म की समस्या,पुराने दर्द से राहत दिलाने के भी गुण मौजूद होते हैं।

हरश्रृंगार के फूल
यह फूल अपने औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है. देखने में यह फूल बेहद मनमोहक होते हैं और इनकी खुशबू मन को शांति प्रदान करती हैं

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