दिल्ली: ICMR के डीजी बलराम भार्गव का बड़ा बयान, कहा- जल्द खोले जाएंगे प्राइमरी स्कूल
देश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच धीरे-धीरे जरूरी गतिविधियों को इजाजत दी जा रही है। पर्यटन स्थल खोले जा चुकें हैं।
देश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच धीरे-धीरे जरूरी गतिविधियों को इजाजत दी जा रही है। पर्यटन स्थल खोले जा चुकें हैं। यात्राओं पर पाबंदी हट रही है। ज्यादातर राज्यों ने स्कूलों को भी खोलने का फैसला किया है। इन सबके बीच ICMR के डीजी बलराम भार्गव ने प्राइमरी स्कूलों को खोले जाने को लेकर बड़ा बयान दिया है।
मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डॉ. भार्गव ने प्राथमिक स्कूल खोलने को लेकर कहा कि शुरुआत में प्राइमरी स्कूल खोले जा सकते हैं क्योंकि छोटे बच्चों में संक्रमण होने का खतरा कम है। उन्होंने बताया कि यूरोप के कई देशों ने कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच भी प्राइमरी स्कूल को खोल रखा था। इसलिए शुरुआत में प्राइमरी स्कूल खोले जा सकते हैं और उसके बाद सेकंडरी स्कूल खोले जा सकते हैं।
आईसीएमआर के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि छोटे बच्चे वायरस को आसानी से हैंडल कर लेते हैं। उनके लंग्स में वह रिसेप्टर कम होते हैं जहां वायरस जाता है। सीरो सर्वे में देखा गया है कि 6 से 9 साल के बच्चों में लगभग उतनी ही एंटीबॉडी दिखी जितनी बड़ों में है।
डॉ. भार्गव ने कहा कि यूरोप के कई देशों में प्राइमरी स्कूल बंद ही नहीं किए थे। कोरोना की किसी भी लहर में स्कूल बंद नहीं किए गए थे। इसलिए हमारी राय यह है कि पहले प्राइमरी स्कूल खोले जा सकते हैं। इसलिए हम लोगों की हिदायत ये है कि प्राइमरी स्कूल पहले खोले जा सकते हैं और फिर सेकंडरी स्कूल खोले जा सकते हैं। पर जितना भी सपोर्ट स्टाफ है, जैसे टीचर, बस ड्राइवर और दूसरा स्टाफ को वैक्सीनेटेड होना जरूरी है।
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