कौशाम्बी – भ्रष्ट ग्राम रोजगार सेवक के खिलाफ कारवाई करने से पीछे भाग रहे अधिकारी

रोजगार सेवक की इस लापरवाही को जब ग्रामीणों ने अधिकारियों से शिकायत की तो अधिकारी सीधे हाँथ ऊपर खडे़ कर लिए इससे ऐसा प्रतीत होता है की कमीशन बराबर समय से पहुंच जाता है

यूपी के कौशाम्बी जनपद में भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है क्योंकि भ्रष्ट ग्राम रोजगार सेवक के खिलाफ अधिकारी कार्यवाही करने से पीछे हट रहे हैं। बतादें की कौशाम्बी जिले के ब्लॉक मंझनपुर, ग्राम तियरा जमालपुर गांव के ग्राम रोजगार सेवक की दबंगई इतना बढ़ गई है की रोजगार सेवक के दबंगई के आगे सरकारी कर्मचारी वा अधिकारी भी नमस्तक हो चुके है।

जहाँ यूपी सरकार विकास कराने का और ग्रामीणों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार देने का दावा करती है। वहीं ग्राम रोजगार सेवक मनरेगा में धांधले वाजी करता चला आ रहा है। रोजगार सेवक की इस लापरवाही को जब ग्रामीणों ने अधिकारियों से शिकायत की तो अधिकारी सीधे हाँथ ऊपर खडे़ कर लिए इससे ऐसा प्रतीत होता है की कमीशन बराबर समय से पहुंच जाता है क्योंकि मनरेगा में मजदूरी करने वालों को पेमेंट नहीं हो पाता है।

बल्कि जो लोग काम नहीं करते हैं उनके खातों में बराबर पैसा आता है क्योंकि उनसे फिफ्टी परसेंट पर बात रहती है। यहाँ पर सबसे बडी़ बात यह है की केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार गावों में विकास और ग्रामीणों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार देने का पूरा दवा तो करती हैं।

किन्तु इसी प्रकार के भ्रष्ट अधिकारियों वा कर्मचारियों की वजह से ही ग्रामीण जनता का ना तो विकास हो पाता है और ना ही मनरेगा के द्वारा रोजगार मिल पात है। सरकार के द्वारा दिये गए राशि को धरातल में न खर्च करके बन्दर बाट कर लेते है। जिसके कारण ना तो गावों में विकास हो पाता है और ना ही मनरेगा में कार्यरत ग्रामीणों को पेंमेंट मिल पाता है। जब इस समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने अपने नव निर्वाचित प्रधान पप्पू से कहा तो पप्पू प्रधान ने इसकी सिकायत आला अधिकारियों से की किन्तु आलाधिकारियों के कानों में जूँ तक नहीं रेंगती है। अब सरकारी सिस्टम से बेहाल होकर सभी ग्रामीणों ने रोजगार सेवक को पद से हटाने के लिए धरना धरने के लिए बाध्य हो चुके हैं।

बतादें की कौशाम्बी जनपद के विकास खण्ड मंझनपुर पुर के तियरा जमालपुर गांव में तकरीबन 2017 से मनरेगा द्वारा कराए गए कार्यों में जमकर धांधली साफ नजर आ रही है। देखना है कब तक कार्यवाही करते हैं अधिकारी क्योंकि रोजगार सेवक पर अवैध तरीके से मनरेगा में हाजिरी भरने का लगा गंभीर आरोप जब मनरेगा में काम करवाता है।

तो ग्राम रोजगार सेवक अपने करीबियों के खातों में बिना कार्य के ही हाजिरी भर कर भेज देता है और उसे बाद में पैसा निकलवा कर प्राप्त कर लेता है।ग्राम मोअज्जमपुर में 2017 से आज तक गांव में नही गया है। नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सदस्य क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने इसकी शिकायत सम्पूर्ण समाधान दिवस में तथा खण्ड विकास अधिकारी मंझनपुर को लिखित रूप से दिया गया था। रोजगार सेवक के कारनामों की सही जांच कराकर कठोर दंडात्मक कार्यवाही के साथ रोजगार सेवक पद से हटाए जाने की मांग की है।

लेकिन अधिकारी कार्यवाही करने के लिए हिला हवाली कर रहे हैं। ग्रामीणों को क्या योगी सरकार में न्याय मिल पायेगा। क्या लालबहुर विधायक अपने विधान सभा में न्याय दिला पायेंगे।क्या लाल बहादुर ऐसे भ्रष्ट रोजगार सेवक के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्यवाही करवा पाएंगे। या फिर जनता के बीच में झूठे वादे ही करते रहेंगे पूरे ग्राम पंचायत में भारी आक्रोश देखने को मिला।

रिपोर्ट – मानसिंह विश्वकर्मा

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