लखनऊ – समाजवादी छात्रसभा का हल्लाबोल छात्र आंदोलन जारी..
उत्तर प्रदेश की राजधानी में परीक्षा रद्द करने और फीस माफी को लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय में समाजवादी छात्र सभा के छात्रों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने उन्होंने विवि प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पहले से तैनात पुलिस फोर्स ने प्रदर्शनकारियों को वहां से उठाने का प्रयास किया लेकिन जब प्रदर्शनकारी नहीं माने तो उन्हें हिरासत में ले लिया।
उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा लिए जा रहे शैक्षिक सत्र और परीक्षाओं के निर्णय के मुद्दे पर पिछले तीन हफ़्तों से समाजवादी पार्टी की छात्र इकाई समाजवादी छात्रसभा द्वारा आंदोलन पूरे प्रदेश में जारी है…,योगी सरकार द्वारा विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में परीक्षाएं करवाने को लेकर जब से आदेश जारी किया है तब से पुरे उत्तर प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों मंर समाजवादी छात्रसभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता छात्र मुद्दे की इस लड़ाई को लड़ रहे हैं। आज एक बार फिर लखनऊ में लखनऊ विश्विद्यालय के परीक्षा तिथि और शैक्षिक सत्र को लेकर छात्रसभा द्वारा प्रदर्शन किया गया।
लखनऊ यूनिवर्सिटी के एनुअल एग्जाम की डेट घोषित किए जाने के बाद से स्टूडेंट्स में आक्रोश है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए एलयू के स्टूडेंट्स एग्जाम नहीं कराने के साथ इस सत्र को प्रमोट करने की मांग कर रहे हैं। जिसका साथ समाजवादी छात्रसभा ने दिया है।
आपको बता दें कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने बीते सप्ताह एनुअल एग्जाम का शेडयूल जारी किया था। इसके तहत 7 जुलाई से एलयू के एनुअल एग्जाम होने हैं। इसे लेकर एलयू और संबद्ध महाविद्यालयों के छात्र छात्राओं ने अलग-अलग माध्यम से शिकायत करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से परीक्षा निरस्त कराए जाने की मांग करनी शुरू कर दी। लगातार मांग के बाद भी सफाई न मिलने पर सपा छात्र सभा के समर्थक और पदाधिकारी कार्यकर्त्ता सब आंदोलनरत हो गए हैं।
समाजवादी छात्रसभा की मांग है कि …
- परीक्षा को यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार कराया जाए…
- पिछले सेमेस्टर के नम्बरों के आधार पर छात्रों को प्रमोट कर दिया जाए..
- इस दौरान उनसे कोई फीस न ली जाए…
लेकिन ये मांग .. यूनिवर्सिटी मानने को तैयार नहीं है…
सपा छात्रसभा का कहना कि कोरोना महामारी को देखते हुए हम लगातार विश्वविद्यालय से मांग कर रहे है कि ऐसे में छात्रों को बार-बार बुलाना उनकी जान जोखिम में डालना होगा। लेकिन विश्वविद्यालय अपने आगे छात्रों की सुन नहीं रहा है। वह लगातार नियमों को दरकिनार करके परीक्षा कराने और फीस वसूलने के लिए तैयार है। जबकि इस बारे में अभी कोई शासन से निर्णय भी नहीं आया है। यह बार-बार बैठकें करके केवल छात्रों पर दबाव बना रहे है। हमारी मांग है कि छात्रों को बिना परीक्षा के उनके नम्बरों के आधार पर प्रमोट करना चाहिए। जब इस दौरान एक भी कक्षा चली नहीं तो फीस किस बात की दी जाए। यह सब मांगों लेकर हम आज भूख हड़ताल पर बैठे थे, लेकिन पुलिस ने हमें प्रदर्शन नहीं करने दिया और हिरासत में ले लिया।
समाजवादी छात्रसभा पहले से “नो क्लास, नो फीस, नो एक्ज़ाम, नो रेंट” के मुद्दे पर सरकार और विश्वविद्यालयो के प्रशासन के खिलाफ एलानिया प्रदर्शन कर रही है। पिछले तीन हफ्तों से हल्लाबोल कर रही समाजवादी छात्रसभा ने पिछले 22 जून को ही लखनऊ में छात्रसभा ने बड़ा प्रदर्शन किया था.
निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष छात्रसभा दिग्विजय सिंह देव के नेतृत्व में बड़ा हल्लाबोल प्रदर्शन करके इस मुद्दे पर गिरफ्तारी भी दी थी, इस सिलिसिले में लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन के मनमानी पूर्ण रवैये और नए परीक्षा तिथियों के घोषणा के खिलाफ आज फिर छात्रसभा ने हल्लाबोल किया।
समाजवादी छात्रसभा का ये आंदोलन पूरे प्रदेश में जारी है , ये प्रदर्शन मेरठ विश्वविद्यालय , काशी विद्यापीठ वाराणसी, गोरखपुर विश्वविद्यालय,आगरा विश्वविद्यालय सहित राज्य भर में चल रहा है।
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