लखनऊ : महामारी के बीच युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए शुरू हुआ ई-स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम

महामारी के बाद की दुनिया में युवाओं को कौशल प्रदान करने के नए तरीकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसी प्रयास में ऑनलाईन गेमिंग के दिग्गज जूपी ने विश्व युवा कौशल दिवस 2021 के अवसर पर अपनी जूपी स्किलिंग एकेडमी के तहत विशेष ई-स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरूआत की है।

महामारी के बाद की दुनिया में युवाओं को कौशल प्रदान करने के नए तरीकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसी प्रयास में ऑनलाईन गेमिंग के दिग्गज जूपी ने विश्व युवा कौशल दिवस 2021 के अवसर पर अपनी जूपी स्किलिंग एकेडमी के तहत विशेष ई-स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरूआत की है।

तेजी से बदलती टेक्नोलॉजी को ध्यान में रखते हुए लोगों में स्किलिंग, री-स्किलिंग एवं अप-स्किलिंग को बढ़ावा देने प्रधानमंत्री के आह्वान के साथ यह लॉन्च किया गया है। नई पीढ़ी के युवाओं के कौशल विकास को देश की जरूरत बताते हुए उन्होंने आत्मनिर्भर भारत की नींव का आह्वान किया। जूपी ई-स्किल प्रोग्राम के दूसरे चरण का आयोजन मुंबई के जोगेश्वरी ईस्ट क्षेत्र में स्थित जूपी प्रशिक्षण केन्द्र में किया जा रहा है।

एकता फाउन्डेशन के सहयोग से संचालित यह प्रोग्राम समाज के वंचित समुदायों के 60 युवाओं को बुनियादी कौशल एवं डोमेन-विशिष्ट कौशल में प्रशिक्षण प्रदान करेगा, ये पाठ्यक्रम सेक्टर स्किल काउन्सिल द्वारा निर्दिष्ट क्यूपी (क्वालिफिकेशन पैक) एवं एनओएस (नेशनल ऑक्युपेशन स्टैण्डड्र्स) के अनुरूप होंगे। पायलट प्रोग्राम के तहत जूपी स्किलिंग एकेडमी, रीटेल सेल्स एसोसिएट्स एवं सोशल मीडिया एक्जक्टिव डोमेन में 30 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण देगी। लॉन्च के अवसर पर डॉ सूबी चतुर्वेदी, चीफ कॉर्पोरेट एवं पब्लिक अफेयर्स ऑफिसर, जूपी ने कहा, ”जूपी आधुनिक तकनीकों, नई जानकारी एवं नॉन-टेक जीवन कौशल के साथ देश के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए काम कर रहा है ताकि वे आने वाले समय में नौकरियों की जरूरतों को पूरा कर सकें।

जूपी स्किल एकेडमी डिजिटल समाधानों से युक्त इंटरैक्टिव प्रशिक्षण सत्रों के जरिए नए दौर के स्थायी कौशल विकास प्रोग्रामों के विकास एवं कार्यान्वयन के लिए सक्रियता से काम कर रही है। प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप देश के युवाओं को कुशल बनाकर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण तथा 2025 तक देश को 5 ट्रिलियन डॉॅलर की अर्थव्यवस्था के रूप में विकसित करने के लक्ष्य में योगदान देने के उद्देश्य से हमने यह पहल की है। उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा, तेजी से बदलते, तकनीक उन्मुख कार्य के वातावरण की शुरूआत के साथ जरूरी हो गया है कि आज के युवाओं को कुशल एवं सशक्त बनाकर आने वाले कल के लिए तैयार किया जाए। ताकि वे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

जूपी का ई-स्किल प्रोग्राम युवाओं की दक्षता और रोजगार क्षमता को बढ़ाता है तथा सुनिश्चित करता है कि उन्हें आज के दौर के क्षेत्रों में कौशल प्रदान किया जाए जैसे क्रिटिकल थिंकिंग एवं एनालिसिस, प्रॉब्लम सॉल्विंग, सेल्फ-मैनेजमेन्ट, वर्किंग विद पीपल और टेक्नोलॉजी आदि, क्योंकि इन क्षेत्रों में मांग तेजी से बढ़ रही है। इस पहल के तहत ट्रेनिंग इम्प्लीमेंटिंग पार्टनर एकता फाउन्डेशन, महामारी के मौजूदा संकट को ध्यान में रखते हुए ई-लर्निंग मोड्यूल्स की मदद से ऑनलाईन एवं ऑफलाईन क्लासेज के हाइब्रिड मॉडल पर प्रशिक्षण प्रदान करेगा। 2 महीने के प्रशिक्षण एवं मूल्यांकन के बाद उम्मीदवारों को सर्टिफिकेट दिया जाएगा, साथ ही उन्हें प्लेसमेन्ट के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

सुब्रत मिश्रा, ट्रस्टी, एकता फाउन्डेशन ने कहा, ”स्मार्टफोन की बढ़ती पहुंच एवं किफायती दरों पर इंटरनेट की उपलब्धता ने ऑनलाईन कोर्सेज को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जूपी के माध्यम से हम समाज के सबसे जरूरतमंद युवाओं तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। जहां एक ओर महामारी के चलते स्कूल एवं प्रशिक्षण संस्थान बंद हैं, वहीं जूघ्पी स्किल एकेडमी कौशल की दृष्टि से मौजूद खामियों को दूर करने में उल्लेखनीय भूमिका निभा रही है। लर्निंग कभी रूक नहीं सकती। जूपी स्किलिंग एकेडमी एक सतत, स्थायी दीर्घकालिक परियोजना है जो शिक्षा, लर्निंग एवं कौशल के पारम्परिक तरीकों में बड़े बदलाव लेकर आएगी। देश के आधुनिक तकनीकों के लिए प्रतिभा के हब के रूप में स्थापित करना इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य है, ठीक उसी तरह जैसे 2000 के दशक में आईटी एवं आईटीईएस कंपनियां युवाओं को भविष्य के लिए तैयार कर रही थीं, अब ये प्रयास भारत को ग्लोबल वैल्यू चेन में मजबूती से स्थापित करने में योगदान देंगे।

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