वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घाटों की जानकारी देने वाले साइनेज का करेंगे उद्घाटन
पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आ रहे है। इस दौरान करोड़ो रूपये की सौगात वो देने वाले हैं । इन्ही में से एक अनोखा सौगात वाराणसी में आने वाले पर्यटकों को मिलने जा रहा है जिनके द्वारा अब काशी के प्रसिद्ध घाटों के इतिहास व धार्मिक महत्व एक क्लिक में मिल जाएगी ।
पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आ रहे है। इस दौरान करोड़ो रूपये की सौगात वो देने वाले हैं । इन्ही में से एक अनोखा सौगात वाराणसी में आने वाले पर्यटकों को मिलने जा रहा है जिनके द्वारा अब काशी के प्रसिद्ध घाटों के इतिहास व धार्मिक महत्व एक क्लिक में मिल जाएगी ।
वाराणसी के घाटों की प्राचीनता ही इसकी ऐतिहासिक प्रमाणिकता है। इसी घाटों की सुंदरता और पौराणिकता को देखने और समझने के लिए पूरी दुनिया के पर्यटक काशी के घाटों पर आते है। घाटों पर आने के बाद अब उनको किसी के सहारे की जरुरत नहीं पड़ेगी। घाटों के रहस्य के बारे में खुद यहां के घाट पर्यटकों को जानकारी देंगे। इसके लिए योगी सरकार घाटों पर इंफॉर्मेटिव, कल्चरल, स्टेप समेत कई तरह के साइनेज साइनेज लगवा दी है।
वाराणसी का नाम आते ही नजरों के सामने घाटों का नज़ारा घूम जाता है। उत्तर वाहिनी गंगा के किनारे 84 घाटों का मनोरम नज़ारा लोगो को काशी खींच ही लाता है। पर्यटक यहां आने के बाद घाटों के पौराणिकता व इतिहास के बारे में जानना चाहते है। अभी तक जानकारी के लिए किताबों, गाइड या गूगल का सहारा लेना पड़ता था।
कई बार अवैध गाइड ग़लत जानकारी देकर पैसे ऐंठ लिया करते थे। पर्यटकों तक सही जानकारी पहुंचे और वे ठगे न जाए इसके लिए योगी सरकार ने स्थाई इंतज़ाम कर दिया है। घाट अब अपनी पहचान खुद बताएँगे। वाराणसी स्मार्ट सिटी के जनरल मैनेजर ने बताया कि घाटों की पौराणिक विशेषता तथा इतिहास खुद घाट बया करेंगे। यही नहीं घाटों पर जाने के बाद दाएं तथा बाएं के दस -दस घाटों की जानकारी और उसकी दूरी भी इस साइनेज पर लिखी होगी जिससे आप सही दिशा और दूरी तय कर सके। करीब 7 फिट ऊँची और 4 फिट चौड़ी इस हेरिटेज इंस्टालेशन में,ये जानकारियां हिन्दू और इंग्लिश दोनों ही भाषा में लिखी होंगी।
जिससे आप आसानी से पढ़ सके। वाराणसी में पर्यटक पूरे विश्व से आते है। उनको भाषाई परेशानी न होने पाए इसलिए इसी बोर्ड पर क्यू -आर कोड़ भी होगा। जिसे मोबाइल से स्कैन करने के बाद आप किसी भी भाषा में घाटों के बारे मे जानकारी हासिल कर सकते है। साइनेज पर ही उस घाट से सम्बंधित ग्राफ़िकल डिज़ाइन भी बनी होगी। इंफॉर्मेटिव साइनेज पर ही ये भी अंकित होगा की कौन सा हेरिटेज इंस्टालेशन किस घाट पर लगा है। साइनेज के दोनों तरफ़ जानकारियां अंकित है।
यूपी की योगी सरकार दो घाटों पर कल्चरल साइनेज भी लगाई है। इस साइनेज की कई विशेषताएं है। ये साइनेज हर घाट पर होने वाली धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजनों के बारे में जानकारी देगी। घाटों पर खड़े सदियों पुराने धरोहरों के बारे में बताएगी। इतना ही नहीं हर एक घाटों के बीच की सटीक दूरियां भी पर्यटकों को इस साइनेज के माध्यम से पता चल सकेगा। साइनेज में घाटो का नक्शा एवं घाटों पर होने वाली पारंपरिक व कलात्मक लोक कलाओं को ग्राफिक्स के फॉर्म में अंकित किया गया है।
पर्यटकों के आवागमन को देखते हुए कल्चरल इंस्टॉलेशन को अस्सी घाट व राजघाट पर लगाया जाएगा। पर्यटक इसी दोनों घाटों पर लगे साइनेज को देख कर एक ही घाट से सभी घाटों के कार्यक्रम व महत्व के बारे में जान सकेंगे। स्टेप साइनेज भी घाटों पर लगा दिया गया है।
कुछ साइनेज की ख़ास बात ये है की ये सभी मौसम को झेल सकता है। साथी ही बाढ़ आने पर भी पानी में ख़राब नहीं होगा। ये ख़ास मटेरियल कोर्टन स्टील, कंक्रीट से बना है। वाराणसी स्मार्ट सिटी द्वारा हेरिटेज इंस्टॉलेशन पर्यटन संवर्धन योजना के तहत किया जा रहा है। इसकी लागत करीब 5 करोड़ है।
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