मसूर की दाल के फायदे जानकर हैरान रह जाएंगे…….
आमतौर पर मसूर की दाल लोग खाना पसंद नहीं करते हैं, लेकिन मसूर की दाल आयुर्वेद के मुताबिक एक उत्तम एक उत्तम औषधीय है। इससे अनेक रोग आसानी से ठीक हो जाते हैं।
आमतौर पर मसूर की दाल लोग खाना पसंद नहीं करते हैं, लेकिन मसूर की दाल आयुर्वेद के मुताबिक एक उत्तम एक उत्तम औषधीय है। इससे अनेक रोग आसानी से ठीक हो जाते हैं।
1. वजन घटाने के लिए मसूर दाल के फायदे
भूख में बढ़ोत्तरी वजन बढ़ने का मुख्य कारण हो सकती है, क्योंकि ज्यादा भूख लगने पर व्यक्ति अधिक मात्रा में भोजन का सेवन करता है। इससे वजन बढ़ने का जोखिम पैदा हो सकता है। मसूर की दाल के फायदे में से एक बढ़ते वजन को नियंत्रित करना है, क्योंकि इसमें फाइबर और प्रोटीन की अधिक मात्रा पाई जाती है। ये भूख को तुरंत शांत कर सकते हैं और वजन बढ़ने की समस्या को रोक सकते हैं 3। ध्यान रहे कि वजन कम रखने के लिए मसूर दाल के उपयोग के साथ निरंतर व्यायाम करना भी जरूरी है।
2. हृदय और कोलेस्ट्रॉल के लिए
बढ़ता कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग का एक जोखिम कारक है। वहीं, मसूर दाल में फाइबर मौजूद होता है और एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक शोध के अनुसार फाइबर बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है। इसके पीछे फाइबर में मौजूद हाइपोकोलेस्टेरोलेमिक (Hypocholesterolemic) प्रभाव काम कर सकते हैं। साथ ही पॉलिफिनोल युक्त मसूर दाल में एंटी कोलेस्टेरोलेमिक प्रभाव भी होता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि मसूर की दाल कोलेस्ट्रॉल को कम कर हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक हो सकती है 1।
इससे अलावा, यह होमोसिस्टीन नामक एमीनो एसिड को नियंत्रित करने में सहायक हो सकती है, जिसकी खून में बढ़ी हुई मात्रा हृदय रोग का कारण बन सकती है। मसूर दाल के इस प्रभाव के पीछे इसमें मौजूद हाइपोहोमोसिस्टिनेमिक (Hypohomocysteinemic) प्रभाव का होना है। साथ ही मसूर की दाल रक्तचाप को भी नियंत्रित करने में सहायक हो सकती है, जो हृदय रोग के जोखिम कारकों में से एक है
3. ब्लड शुगर के लिए मसूर की दाल के फायदे
ज्यादा मीठा खाने से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है। अगर कोई व्यक्ति ब्लड शुगर की समस्या से जूझ रहा है, तो इससे निजात पाने के कई उपाय है। उन्हीं में एक है मसूर दाल का सेवन करना। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, मसूर दाल में डायबिटिक पेशेंट और स्वस्थ मनुष्यों में ब्लड शुगर, लिपिड व लिपोप्रोटीन मेटाबॉलिज्म में सुधार करने की क्षमता होती है।
इसमें पाई जाने वाली उच्च फ्लेवोनोइड और फाइबर सामग्री ब्लड शुगर की मात्रा को बढ़ने से रोक सकती है। इसके अलावा, मसूर दाल में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट पाए जाते हैं, जो खून में धीरे-धीरे रिलीज होते हैं। जिससे कि ब्लड ग्लूकोज लेवल में तेजी से बदलाव नहीं हो सकता है। इस गतिविधि के कारण भी डायबिटीज से कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
4. पाचन के लिए मसूर दाल के फायदे
कभी-कभी व्यक्ति कुछ ऐसा खा लेते हैं, जिसका नकारात्मक असर पाचन क्रिया पर पड़ता है। ऐसे में मसूर की दाल पाचन क्रिया सुधारने में सहायक हो सकती है। इसमें पाया जाने वाला फाइबर भोजन को पचाने में मददगार हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि फाइबर पाचन को मजबूत करता है और कब्ज को रोकने में मदद कर सकता है। इसलिए, मसूर की दाल के उपयोग से पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है 1 5।
5. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए
अगर मसूर की दाल के फायदों की बात करें, तो उसमें इम्यूनिटी में सुधार करना भी शामिल है। दरअसल, मसूर दाल में ऐसे पेप्टाइड्स पाए जाते हैं, जो शरीर में एंटीमाइक्रोबियल यानी जीवाणु रोधी गतिविधि को बढ़ा सकते हैं। इससे शरीर में किसी भी तरह के संक्रमण (इन्फेक्शन) का जोखिम कम हो सकता है। इस प्रकार मसूर दाल में मौजूद पेप्टाइड्स इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं 1।
6. कैंसर के लिए मसूर दाल के फायदे
एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, मसूर की दाल का सेवन करने से पेट, थायराइड, लिवर, स्तन और प्रोस्टेट सहित कई प्रकार के कैंसर का जोखिम कम हो सकता है। दरअसल, मसूर की दाल में पाए जाने वाले लेक्टिन (एक प्रकार का प्रोटीन) में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं, जो मसूर की दाल में मौजूद फेनोलिक यौगिकों के साथ मिलकर ट्यूमर के बढ़ने की प्रक्रिया को बाधित कर सकते हैं।
वहीं, इसी शोध में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि मसूर की दाल में कीमोप्रिवेंटिव क्षमता (कैंसर से बचाव की क्षमता) पाई जाती है। इसके पीछे की वजह है मसूर की दाल में फ्लेवोनोइड्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट बायोएक्टिव यौगिकों की मौजूदगी 1। वहीं, पाठक इस बात का भी ध्यान रखें कि मसूर की दाल कैंसर का इलाज नहीं है। अगर कोई इसकी चपेट में आता है, तो डॉक्टरी उपचार करवाना जरूरी है।
7. दांत और हड्डियों के लिए
हड्डियों के कमजोर होने से जोड़ों में दर्द का खतरा बढ़ सकता है। मसूर की दाल इस समस्या से राहत पहुंचाने में सहायता कर सकती है, क्योंकि मसूर की दाल में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस होता है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में सहायता कर सकते हैं 6 7। इस प्रकार मसूर दाल के उपयोग से जोड़ों के दर्द की समस्या से राहत मिल सकती है और दांत मजबूती प्राप्त कर सकते हैं।
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