कौशांबी : ब्लॉक प्रमुखी चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का लगा आरोप
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गृह जनपद कौशाम्बी में भारतीय जनता पार्टी के ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशियों को चुनाव जिताने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग बीती रात देखने को मिला।
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गृह जनपद कौशाम्बी में भारतीय जनता पार्टी के ब्लाक प्रमुख प्रत्याशियों को चुनाव जिताने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग बीती रात देखने को मिला। निर्दलीय प्रत्याशी सुधा सिंह के पति पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप पटेल ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि अपने प्रत्याशी को निर्विरोध जिताने के लिए दबाव बनाया जा रहा था, बात-चीत हो रही थी। लेकिन पुलिस प्रशसन द्वारा बीडीसी सदस्यों के झूठे अपहरण का आरोप लगा कर ईट भट्ठा पर स्थित मकान पर धावा बोल दिया गया, और जमकर तांडव हुआ।
पुलिस ने सदस्यों की जमकर पिटाई की, उनके सिर पर लाठी मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इतना ही नही सभी को जबरन सैनी कोतवाली उठा लायी। दो सदस्यों को विपक्ष को सौंपने के बाद, सभी को छोड़ दिया गया। और हम लोगों पर दबाव बनाया जा रहा है कि बीजेपी प्रत्यशी को निर्विरोध जिताओ। दिलीप पटेल ने डिप्टी सीएम के भाइयो पर भी कई गंभीर आरोप लगाए। कहा कि अपने राजनीतिक जीवन मे हमने पहली बार इतना तांडव देखा है। आगे और भी तांडव होगा , हम जेल न जाये इस लिये हमने फैसला लिया है कि हम पर्चा वापस ले लेगे। यहां लोकतंत्र की हत्या हो रही है। ये अच्छी बात नहीं हैं। इस मामले में पुलिस अधीक्षक राधेशयम विश्कर्मा ने मीडिया कर्मियों को बताया कि कुछ बीडीसी सदस्यों के बंधक बनाने की सूचना मिली थी, एक ईंट भट्ठा पर छापा मारा गया था। 8-10 की संख्या में सदस्य मिले थे। उन्हें थाने लाकर उनके परिवार के लोगो को सौंप दिया गया।
इस हिंसक कार्यवाही से भाजपा में भी फूट पड़ती नज़र आ रही है। भाजपा यहां पहले से ही दो गुटो में बटी थी, लेकिन आज इस कार्यवाही से ये दादर खुलकर सामने आ गयी। सदस्यों पर पुलिसिया तांडव की जानकारी मिलते ही सिराथू विधायक शीतल प्रसाद पटेल सैनी कोतवाली पहुंच गए। और उन्होंने इसका विरोध किया। हालांकि सुबह सिराथू स्थित डिप्टी सीएम के भाई ने विधायक को आवास पर बुला कर घण्टो वार्ता हुई। आवास से निकलने के बाद अपने घर पहुचे विधायक से मीडिया कर्मियों मिलने पहुचे, लेकिन उन्होंने मिलने से इनकार कर दिया।
जनपद के सरसावा ब्लाक प्रमुख के नामंकन वाले दिन भी ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला था। अमर सिंह पटेल ने पहले निर्दलीय प्रत्यशी के रूप में नामांकन किया। लेकिन थोड़ी देर बाद ही अमर सिंह भाजपा में शामिल हो गए। उसके पीछे क्षेत्र में चर्चा रही कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख रहे अकबर सिंह और अमर सिंह पर एक क्षेत्र की महिला ने गैंगरेप का झूठा आरोप लगा कर पुलिस से शिकायत करने जा रही थी। लेकिन ऐन वक्त पर पार्टी बदलने से अकबर सिंह को राहत मिल गयी।
रिपोर्ट:- मानसिंह विश्वकर्मा
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