इस देश में पुरूषों के बराबर होती है महिलाओं की सैलरी
हमारे देश में आमतौर पर महिलाओं की सैलरी पुरुषों से कम होती है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पुरुषों की सैलरी महिलाओं के बराबर होती है।
आइसलैंड। हमारे देश में आमतौर पर महिलाओं की सैलरी पुरुषों से कम होती है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पुरुषों की सैलरी महिलाओं के बराबर होती है। इसे लेकर सरकार ने कानून भी बनाया है। इस देश का नाम आइसलैंड है।
वर्ष 2018 में बना कानून
आइसलैंड की सरकार ने यह फैसला लिया है कि सभी कम्पनियां अपने कर्मचारियों को पुरुषों के बराबर सैलरी देंगी। इस साल 1 जनवरी, 2018 से यह कानून आइसलैंड में लागू हो चुका है। आइसलैंड की सरकार के अनुसार, 25 या इससे अधिक कर्मचारियों की कम्पनियों को बराबर सैलरी देने वाले कागजात दिखाने होंगे। अगर महिला और पुरुष की सैलरी में अंतर पाया गया तो कम्पनी पर भारी जुर्माना लगेगा।
क्यों उठाया ये कदम
आइसलैंड ने यह कदम लिंग के आधार पर सैलरी में भेदभाव को पूरी तरह खत्म करने के उद्देश्य से लागू किया है। आपको बता दें कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की सूची में महिलाओं के अधिकारों का ख्याल रखने के मामले में आइसलैंड पिछले 9 सालों से टॉप पर है।
दूसरे देशों का हाल
आपको जानकर हैरानी होगी कि यूरोप और यूएस में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की सैलरी में 16.9 प्रतिशत का अंतर है, वहीं अपने देश में 2017 के आंकड़ों के मुताबिक यह अंतर 25 प्रतिशत से ज्यादा है।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :