मुख्यमंत्री रहते हुए ‘अखिलेश भैया’ के द्वारा किये गए विकास कार्यों को आज याद कर रही है जनता

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्री काल में प्रदेश में कई सारी महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की थी। जिनकी वजह से उत्तर प्रदेश भी देश के उन राज्यों में शामिल हो गया जहां पे एक आम आदमी को सारी सुविधाएं बड़ी आसानी से मिल जाती है।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्री काल में प्रदेश में कई सारी महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की थी। जिनकी वजह से उत्तर प्रदेश भी देश के उन राज्यों में शामिल हो गया जहां पे एक आम आदमी को सारी सुविधाएं बड़ी आसानी से मिल जाती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने हमेशा से ही आम आदमी, गरीबों और पिछड़ो के बारे में सोचा है। उनकी तकलीफे सुनी, उनके लिए कमा किया। ताकि उन्हें भी आधुनिकरण से जोड़ा जा सके।

तो चलिए जानते है प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गयी आधुनिक योजनाए –

> 1090 हेल्प लाइन से महिलाओं को मिली सुरक्षा
अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने से पहले प्रदेश में महिला सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा था। प्रदेश में आये दिन महिलाओं के साथ छेड़छाड़, उत्पीड़न के मामले
सामने आ रहे थे। जिनको रोकना काफी जरूरी था। इसी के चलते पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने महिलाओं के लिए एक हेल्प लाइन शुरू कि जिसमे
सिर्फ महिलाओं की ही शिकायतें दर्ज की जाएँगी, और तत्काल आरोपियों पे करवाई भी की जाएगी।
इस महिला हेल्प लाइन की खास बात ये है कि ये एक राज्य-एक-नंबर सेवा है जो यौन उत्पीड़न के मामलों को संभालने के लिए स्थापित की गई थी।
महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए उन्हें थाने के चक्क्रर नहीं लगाने पड़ेंगे, इसके अलावा शिकायत करने वाले की पहचान भी गुप्त रखी जाएगी।

> राजधानी को मेट्रो की सौगात
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक लखनऊ मेट्रो प्रदेश को आधुनिकरण की तरफ ले जाने की पहली सीढ़ी है। अपने कार्यकाल में
अखिलेश यादव ने ट्रांसपोर्ट नगर और चारबाग रेलवे स्टेशन के बीच मेट्रो की सेवा शुरू करवा दी थी। आपको बता दे कि लखनऊ मेट्रो ने अपना परिचालन
5 सितंबर 2017 को शुरू कर दिया था। जिसके चलते ह देश का सबसे तेज निर्मित मेट्रो बन गया। फ़िलहाल के समय में लखनऊ मेट्रो अमुसी एयरपोर्ट से
पुंशीपुलिया तक चल रही है।

> प्रदेशवसियों आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का तौफ़ा
किसी भी प्रदेश को उन्नति की और जाने के लिए अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत होती है, अच्छे एक्सप्रेस-वे और रोड नेटवर्क की जरूरत होती है। इसी बता
को ध्यान में रखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजधानी लखनऊ से आगरा के बीच एक आधुनिक सुविधाओं से सम्पूर्ण 6-लेन एक्सप्रेस-वे की
आधारशिला रखी। 6-लेन एक्सप्रेस-वे के एडवांस प्रौद्योगिकी से सुसजित है।

302 किलोमीटर के इस टोल नियंत्रित एक्सप्रेसवे की मदद से आगरा और लखनऊ शहरों के बीच की दूरी को कम कर दिया गया है। आगरा-लखनऊ
एक्सप्रेस-वे की वजह से ही आज प्रदेश में व्यापार काफी गति से चल रहा है। जिसका सारा श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जाता है।

> प्रदेश को बिजली की परेशानी से छुटकारा
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने शासनकाल में कई सारी बिजली परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया था। ताकि प्रदेश में बिजली की जो समस्या सालों
से चली आ रही है, उससे प्रदेशवासियों को जल्द से जल्द छुटकारा मिल सके। पूर्व मुख्यमंत्री ने 52,437 करोड़ की लागत की कई सारी परियोजनाओं को
कवर करती हैं, जैसे कि बिजली उत्पादन, पारेषण और वितरण आदि। जवाहरपुर थर्मल पावर प्लांट इसका एक उदाहरण है।

> प्रदेश की पुलिस को आधुनिकीकरण से जोड़ना
उत्तर प्रदेश में क्राइम रेट हमेशा से एक मुख्य राजनितिक मुद्दा रहा है। सबसे ज्यादा क्राइम होने वाले राज्यों की सूची में प्रदेश हमेशा से रहा है। प्रदेश को
उस सूची से निकालने और प्रदेशवासियों को सुरक्षित पर्यावरण देना ही उनका मुख्य उदेश रहा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की पुलिस को
आधुनिक तकनीकों से लैस करने की घोषणाएँ कीं।
इसी के अंतर्गत प्रदेश के बड़े शहरों जिसमे लखनऊ, गाजियाबाद और इलाहाबाद को अत्याधुनिक नियंत्रण कक्ष प्राप्त करना था।

> डेयरी के व्यापार को बढ़ावा देना
कामधेनु योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अखिलेश यादव के नेतृत्व में शुरू की गई एक डेयरी योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य में उच्च उपज देने वाले
रोगाणु जानवरों की कम उपलब्धता को बढ़ाना है। इस योजना के माध्यम से, सरकार ने 100 उच्च उपज देने वाली पशु डेयरी इकाइयाँ स्थापित करने का
लक्ष्य रखा है जो उत्तर प्रदेश के बाहर से प्राप्त की जाएंगी।

कामधेनु योजना के माध्यम से, उत्तर प्रदेश राज्य में 100, 50 और 20 मवेशियों के 2,000 से अधिक डेयरी फार्म स्थापित किए गए हैं। इस योजना के
माध्यम से, उत्तर प्रदेश भारत में नंबर एक दूध उत्पादक राज्य बन गया।

> छोटे किसानों के लिए बिमा योजना
किसान अवध सर्वहित बीमा योजना 2016 में अखिलेश यादव द्वारा शुरू की गई थी, जो the कृषक बीमा योजना ’की जगह थी, जिसके तहत राजस्व
विभाग ने भूमि पर कब्जा करने वाले किसानों को कवर किया, जिनके नाम राजस्व रिकॉर्ड में थे; मृत्यु की स्थिति में, वे रु। 5 लाख जहां राज्य सरकार
प्रीमियम का भुगतान करेगी।

नई योजना के तहत, सभी भूमिहीन किसान और रुपये से कम की वार्षिक आय वाले अन्य परिवार। 75,000 को भी कवर किया जाएगा।

> फसल बेचने के लिए किसान बाजार
अखिलेश यादव सरकार ने 2016 में, उत्तर प्रदेश भर के शहरों में किसान बाज़ारों की स्थापना की, ताकि किसानों को उत्पाद बेचने और उपकरणों की
खरीद के लिए एक खुला और आसान बाज़ार उपलब्ध कराया जा सके।

किसान बाज़ारों खरीदारों और किसानों के बीच एक माध्यम के रूप में कार्य करते हैं, जहां सभी सामान किसानों द्वारा वैध दरों पर बेचे जाते हैं। यह एक
स्थिर मंच प्रदान करता है जहां किसान अपनी उपज को अच्छी दरों पर आसानी से बेच सकते हैं, जो सामूहिक रूप से तय किए जाते हैं ताकि कीमतों में
उतार-चढ़ाव के परिणामस्वरूप कोई भी किसान प्रभावित न हो।

> प्रदेश की स्वास्थ्य वयवस्था को दुरुस्त करना
मुख्यमंत्री के रूप में 6 महीने का कार्यकाल पूरा करने के बाद, अखिलेश यादव ने समाजवादी स्वास्थ्य सेवा शुरू की; एक नि: शुल्क, 24/7 आपातकालीन
एम्बुलेंस सेवा। इस सेवा के लिए निर्धारित टोल-फ्री नंबर 108 था| जिस पर कॉल करने पर, 20 मिनट के भीतर एक एम्बुलेंस मरीज तक पहुँच जाएगी और
अस्पताल ले जाने से पहले उसे चिकित्सा सहायता दी जाएगी।

दिल के दौरे, गर्भधारण, जलन, दुर्घटनाओं या हमले से पीड़ित व्यक्तियों और संक्रामक रोगों से पीड़ित लोगों के लिए आपातकालीन चिकित्सा राहत के लिए
प्रावधान किए गए थे; जिनमें से सभी को तत्काल अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता होती है।

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