ब्रिटेन और रूस में डेल्टा प्लस वेरिएंट ने बरपाया अपना कहर, भारत में भी दिखने लगा है इस वेरिएंट का असर
इसी बात को ध्यान में रखते हुए अमेरिका के इंफेक्शन डिसीज एक्सपर्ट डॉक्टर एंथनी फाउची ने डेल्टा वेरिएंट को अमेरिका के लिए एक बड़ी चुनौती बताया है।
भारत में जहां एक तरफ लोग कोरोना की दूसरी लहर के आतंक से उभर रहे है। तो वहीं दूसरी ओर कोरोना के डेल्टा वेरिएंट ने दुनिया के कई देशों में कुछ ही समय में ऐसी त्राहि-त्राहि मचाई है कि लोगों के अंदर फिर से कोरोना का डर जो कुछ कम हुआ था वो एक बार फिर से वापस आ गया है। WHO की रिपोर्ट के मुताबिक डेल्टा वेरिएंट अभी तक दुनिया के 85 देशों को अपनी चपेट में ले चूका है।
WHO पहले ही डेल्टा प्लस वेरिएंट को अबतक का सबसे घातक और जानलेवा वेरिएंट घोषित कर चूका है। फ़िलहाल अभी तक जिन देशों में इस वायरस ने अपना कहर बरपाया है उसमे ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, अमेरिका, चीन, जिम्बाब्वे, श्रीलंका, पाकिस्तान, बांग्लादेश, सिंगापुर और दक्षिण अफ्रीका जैसे देश शामिल है। इन देशों के अलावा बाकि देशों में भी इस वेरिएंट के फैलने की सम्भावना काफ़ी ज्यादा है।
ब्रिटेन में बिगड़े हालात
डेल्टा प्लस वेरिएंट का सबसे ज़्यादा असर ब्रिटेन में देखने को मिल रहा है। यहां पे हालात किस प्रकार खराब हो रहे हैं इस बात का अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते है कि यहां पे 1 जून को 3165 नए संक्रमित मिले थे, जो हर दिन बढ़ते ही गए और 23 जून को संक्रमितों का आकड़ा 16135 के पार पहुंच गया। इस हिसाब से देखे तो संक्रमितों के मामलो में सीधे-सीधे कुछ ही दिनों में 409 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 99 प्रतिशत कोरोना संक्रमितों में डेल्टा वेरिएंट पाया जा रहा है।
यह भी पढ़े : देश के कई राज्यों में सामने आए डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किये निर्देश !
अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारी ने सतर्क रहने की दी सलह
पूरी दुनिया इस बात से वाकिफ है कि कोरोना की पहली लहर ने अमेरिका का क्या हाल किया था। अपने आप को सुपर पावर कहने वाला देश अमेरिका में कोरोना की वजह से दुनिया में सबसे ज्यादा मौते हुई थी। वहां के अस्पतालों में लाशों का भरमार लगा हुआ था। उनकी स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह डगमगा गयी थी। इन सब चीजों को देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि कोरोना के आगे सुपर पावर अमेरिका ने अपने घुटने टेक दिए थे।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए अमेरिका के इंफेक्शन डिसीज एक्सपर्ट डॉक्टर एंथनी फाउची ने डेल्टा वेरिएंट को अमेरिका के लिए एक बड़ी चुनौती बताया है। जोकि आने वाले समय में और भी ज्यादा घातक साबित हो सकती है।
रूस में भी तेजी से फैल रहा है डेल्टा वेरिएंट
कोरोना के एडवांस वेरिएंट डेल्टा प्लस ने रूस में भी अपनी जड़े मजबूती से फैला ली है। जिसके चलते वहां पाए जानें वाले नये संक्रमितों में करीब 90 प्रतिशत नए मामले डेल्टा वेरिएंट के मिले हैं। जिसकी वजह से पुतिन सरकार ने देश में पुरानी पाबंदिया फिर से लागू कर दी है।
भारत में भी डेल्टा वेरिएंट ने दी दस्तक
जहां एक तरफ देश में कोरोना की वजह से लगी पाबंदियां हटाई जा रही है। तो वहीं दूसरी तरफ कोरोना के डेल्टा वेरिएंट ने भारत में भी अपनी दस्तक दे दी है। मौजूदा समय में देश के 11 राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 48 मामले सामने आये हैं। जिनमे सबसे ज्यादा मामले देश की आर्थिक राजधानी महाराष्ट्र में दर्ज़ किये गए हैं। महाराष्ट्र के अलावा मध्य प्रदेश, पंजाब, गुजरात, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, राजस्थान और कर्नाटक में भी संक्रमितों में डेल्टा प्लस वेरिएंट मिला है। जोकि एक खतरे की घंटी भी है।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :