डब्ल्यूएचओ ने डेल्टा वेरिएंट को लेकर भारत को चेताया, बताया अब तक का सबसे घातक और संक्रामक प्रकार !

एक तरफ जहां भारत अभी कोरोना की दूसरी लहर से निकल ही रहा था कि कोरोना के ‘डेल्टा’ वेरिएंट ने देश में अपनी दस्तक दे दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय

एक तरफ जहां भारत अभी कोरोना की दूसरी लहर से निकल ही रहा था कि कोरोना के ‘डेल्टा’ वेरिएंट ने देश में अपनी दस्तक दे दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक देश के 11 राज्यों में डेल्टा’ वेरिएंट के मामले सामने आ चुके है। भारत में पहली बार मिले इस डेल्टा स्वरूप को डब्ल्यूएचओ ने अभी तक मिले कोरोना के बाकि वेरिएंट में सबसे ज्यादा घातक और संक्रामक प्रकार है।

डब्ल्यूएचओ ने दुनिया के देशों को डेल्टा वेरिएंट को लेकर दी चेतावनी

Covid crisis like in India could 'happen anywhere', warns WHO, World News |  wionews.com

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने दुनिया के कई देशों में डेल्टा वेरिएंट के बढ़ते प्रसार को देखते हुए चिंता जाहिर की है। उन्होंने गरीब देशों में टीके की अनुपलब्धता को देखते हुए अमीर और विकासशील देशों को फटकार लगाई है। उन्होंने एक बैठक में शामिल होने के बाद कहा कि अमीर देश विकासशील देशों को तत्काल टीका नहीं देना चाहते। उन्होंने कहा, ‘वे (गरीब देश) निराश हैं क्योंकि उनके पास टीके नहीं हैं.’ घेब्रेयेसस ने कहा, ‘अगर टीका नहीं तो आप क्या साझा करेंगे?’

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक अभी तक दुनिया के 85 देशों में इस स्वरूप के मिलने की पुष्टि हुई है और अन्य देशों में लगातार इसके मामले सामने आते जा रहे हैं।

उम्मीद से कई गुणा ज्यादा संक्रामक और खतरनाक है डेल्टा वेरिएंट – डब्ल्यूएचओ

डब्ल्यूएचओ के अंतर्गत सभी क्षेत्रों के अन्य देशों में भी इसके मामले सामने आने का चलन जारी है, जिनमें से 11 क्षेत्रों में ये पिछले दो हफ्तों में सामने आए। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि चार मौजूदा चिंताजनक स्वरूपों अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा पर करीब से नजर रखी जा रही है, जो बड़े पैमाने पर फैले हुए हैं। डेल्टा स्वरूप अल्फा स्वरूप से कहीं ज्यादा संक्रामक है और अगर मौजूदा चलन जारी रहता है तो इसके अधिक हावी होने की आशंका है।

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