कोरोना का डेल्टा वैरिएंट आपके फेफड़ों को पहुंचा सकता हैं नुक्सान, यहाँ जानिए कैसे

लोगों का Immune System कमजोर है उनपर वायरस या बैक्टीरिया (Virus Or Bacteria) सबसे पहले अटैक करते हैं और फेफड़ों का प्रभावित कर हमें बीमार बना देते हैं.Increase Immunity की कवायद शुरू से ही चली आ रही है.

व्यायाम, जैसे तेज चलना, दौड़ना, तैरना, या साइकिल चलाना आदि से सांस लेने की क्षमता बढ़ती है और फेफड़ों की क्षमता में सुधार करते हैं। फेफड़ों की क्षमता में सुधार करने के लिए आपको भारी प्रशिक्षण या उच्च तीव्रता वाले अभ्यासों की जरूरत नहीं है।

इसके लिए कई लोगों ने इम्यूनिटी बढ़ाने के तरीके  और उपाय के बारे में भी सवाल किए, लेकिन आपको किसी भी बीमारी से बचने के लिए और खास संक्रमिक बीमारियों से बचाव के लिए इम्यूनिटी के साथ-साथ फेफड़ों को भी हेल्दी  रखने की जरूरत होती है.

गहरी सांस लेने की तकनीक का अभ्यास करें। विशेष रूप से ब्रोंकाइटिस और अस्थमा के मरीज इसे करें। जिन्हें कोई ऐसी समस्या नहीं है, उन्हें भी इसका पालन करना चाहिए। डायाफ्रामिक टेक्निक गहरी श्वास को बढ़ावा देती है।

सही भोजन करना, अच्छी तरह से व्यायाम करना, और किसी भी प्रकार के जहरीले तत्वों से बचना स्वस्थ फेफड़ों की क्षमता रखने का मूल मंत्र है। सही मात्रा में प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट वाली चीजों के सेवन से श्वसन की मांसपेशियों और फेफड़ों की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मदद मिलती है।

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