बाराबंकी: जूते से हुई शातिर ऑटो लिफ्टर की पहचान , 36 मोटरसाइकिल हुई बरामद

पुरानी कहावत है कि अपराधी कितनी भी होशियारी कर ले मगर अपने अपराध की कोई न कोई निशानी छोड़ ही देता है । कुछ ऐसा ही देखने को मिला बाराबंकी में जहाँ एक बेहद चालाक शातिर ऑटो लिफ्टर ने अपनी चोरी की कोई निशानदेही नही छोड़ी मगर जहाँ उसका ध्यान नही गया उसी छोटी सी गलती ने उसे जेल की सलाखों के बीच भेज दिया ।

पुरानी कहावत है कि अपराधी कितनी भी होशियारी कर ले मगर अपने अपराध की कोई न कोई निशानी छोड़ ही देता है । कुछ ऐसा ही देखने को मिला बाराबंकी में जहाँ एक बेहद चालाक शातिर ऑटो लिफ्टर ने अपनी चोरी की कोई निशानदेही नही छोड़ी मगर जहाँ उसका ध्यान नही गया उसी छोटी सी गलती ने उसे जेल की सलाखों के बीच भेज दिया ।

वह छोटी सी गलती थी उसका जूता , दरअसल वह हर रोज कपड़े तो बदल लेता था मगर जूता नही बदलता था और यही एक निशानी उसके लिए भारी पड़ गयी और वह पुलिस की गिरफ्त में आ गया । पुलिस ने इसकी निशानदेही पर 36 मोटरसाइकिल बरामद कर ली हैं ।

बाराबंकी पुलिस के बीच खड़ा यह सख्श बेहद शातिर है इसकी भावभंगिमा , बोलचाल और रहन – सहन किसी अधिकारी से कम नही है मगर इसका काम जान लेंगे तो होश उड़ जाएंगे । इसके काम ने पुलिस की नाक में दम कर रखा था क्योंकि यह मोटरसाइकिल चुरा कर बेंचने का काम करता था । चोरी की मोटरसाइकिल बेंचमे के लिए यह गाँव में जाता था और अपनी बातचीत से लोगों का भरोसा जीत कर 5 से 6 हजार में बेंच देता था ।

इस काम से उसे जो रकम हासिल होती थी उससे वह अपने नशे के शौक को पूरा करता था । यह जहाँ से भी मोटरसाइकिल चुराता वहाँ अपने फंसने के निशान नही छोड़ता था और हर रोज नए कपड़ो के साथ चोरी करता था । इसकी यह चाल कामयाब भी होती जा रही थी मगर जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे को खंगाला तो पाया कि यह कपड़े तो बदल लेता था मगर जूते हर रोज वही पहनता था । यही एक गलती इस पर भारी पड़ गयी और यह पुलिस की गिरफ्त में आ गया । पुलिस ने इसकी निशानदेही पर 36 मोटरसाइकिल का जखीरा बरामद कर लिया ।

बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक अवधेश सिंह ने बताया कि काफी दिनों से मोटरसाइकिल चोरी की शिकायतें मिल रही थी और इसे गम्भीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने दो टीम का गठन किया जिसे कल बड़ी कामयाबी मिली है । जिसमें चन्दन प्रसाद पाठक एक शातिर ऑटो लिफ्टर गिरफ्त में आया है । यह देखने में काफी गठीला , बॉडी बिल्डर है और अँग्रेजी बोलने का अच्छा जानकर है इसे देखने से कोई इसे चोर नही समझेगा ।

इसे अफीम की लत लग गयी थी और अपने इस शौक को पूरा करने के लिए यह मोटरसाइकिल चुराता था । मोटरसाइकिल चुराने के लिए यह अपने साथ मास्टर चाभी रखता था फिर चोरी की मोटरसाइकिल लेकर गाँवों में जाता था और उसे पुलिस द्वारा नीलाम की गई गाड़ी का झांसा देकर बेंच देता । शुरुआत में यह लोगों से 5 से 6 हजार रुपये लेकर बाकी की रकम कागज देने के बाद लेने की बात कहकर रफूचक्कर हो जाता था ।

पुलिस ने जहां से मोटरसाइकिल गायब होती थी उन जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला तो देखा कि एक आदमी अक्सर कपड़े बदलकर आता है और हेलमेट पहने रहता है । पुलिस ने ध्यान से देखा कि पहचान छुपाने के लिए यह कपड़े तो बदल लेता था लेकिन जूते हर रोज वही पहने रहता था । बस इसी सुराग ने इसे पुलिस की गिरफ्त में ला दिया और फिर इसकी निशानदेही पर 36 मोटरसाइकिल का जखीरा भी बरामद कर लिया । पुलिस का मानना है कि इसके पकड़े जाने से मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं पर अंकुश लग सकेगा ।

रिपोर्ट योगेश यादव बाराबंकी

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