कोरोना का नया रूप ‘Delta plus’ बच्चों के लिए हो सकता हैं बेहद हानिकारक, जानिए कैसे

देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप थोड़ा कम हुआ है और इस बीच तीसरी लहर की भी आशंका जताई जा रही है। मुंबई में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि राज्य में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन ‘डेल्टा प्लस’ तीसरी लहर पैदा कर सकता है।

आयुष मंत्रालय के मुताबिक, बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए जो सबसे जरूर उपाय है, वो है मास्क का इस्तेमाल। बच्चों के शरीर में वायरस को जाने से रोकने के लिए यह जरूरी है कि उन्हें मास्क पहनाएं, खासकर तब जब वे कहीं बाहर जा रहे हैं।

– सीएसआईआर ने भी कहा कि भारत अभी सामुदायिक प्रतिरोधक क्षमता हासिल करने से दूर है और ऐसे में लोगों को वायरस के संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनना चाहिए। इसके अलावा लोगों को सामाजिक दूरी तथा हाथों की सफाई जैसे उपायों का भी पालन करते रहना चाहिए।

चूंकि ज्यादा छोटे बच्चों को तो मास्क पहना नहीं सकते, लेकिन पांच से 18 साल तक के बच्चों के लिए मास्क अनिवार्य है। दो से पांच साल तक के बच्चों को भी मास्क पहना सकते हैं, लेकिन इस दौरान अभिभावकों को उनपर नजर रखनी होगी।

 

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