यूपी पुलिस से रिटायर महिला ने दिया करोड़ों का दान, सीएम योगी को सौंपी अपनी जमापूँजी

अपना देश भी अनोखा है और यहाँ के लोग भी, जब भी देश पर कोई संकट आया है देशवासियों ने बढ़चढ़कर इसमें मदद की है। फिर चाहे वह कोई भूकंप या सुनामी रही हो अथवा कोविड-19 वैश्विक महामारी। इससे तरह अब कोरोना से निपटने में मदद के लिए की गयी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील का बड़ा असर भी लोगों पर देखने को मिल रहा है।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बुजुर्ग महिला ने अपने जीवन भर की कमाई प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहायता कोष में देकर एक बड़ी मिसाल कायम की है । बड़े दिल की यह महिला पुष्पा दुबे परदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलीं और पीएम राहत कोष में 1 करोड़ रुपए तथा सीएम पीड़ित सहायता कोष में 10लाख रुपए दान देकर इन्होने दुनिया भर में एक मिसाल दी।

रिटायर्ड पुलिस सब इन्स्पेक्टर हैं बुजुर्ग महिला
बुजुर्ग महिला पुष्पा दुबे आज के दस साल पहले यूपी पुलिस के सब इन्स्पेक्टर पद से रिटायर हुयी थीं। रिटायर हुई पुष्पा ने अपनी एलआईसी पॉलिसी और एफडी तोड़कर यह रकम इकट्ठा की और इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर यह पैसा उन्हें कोरोना के मरीजों की मदद के लिए सौंप दिया।

पेंशन से अपना जीवन यापन करेंगी पुष्पा दुबे
रिटायर्ड महिला पुष्पा दुबे लखनऊ के इंद्रा नगर क्षेत्र की रहने वाली हैं। दिए गए दान को लेकर उनका कहना है कि उन्होंने कहा कि उनकी काफी समय से यह इच्छा थी कि वह कोरोना से प्रभावित लोगों के लिए कुछ मदद करें। उन्होंने यूनियन बैंक शाखा मुंशी पुलिया बैंक मैनेजर से बात कर अपनी सारी जमा पूंजी को पीएम सहायता कोष में दान देने के लिए ड्राफ्ट बनवाकर विड्राल कराया और उसके बाद इस ड्राफ्ट को मुख्यमंत्री आवास पर जाकर योगी आदित्यनाथ को सौंप दिया। उनका कहना है कि उन्हें जो पेंशन मिलती है उससे वह अपना जीवन यापन कर सकती हैं।

मां ने पढ़ाया-लिखाया और मानव सेवा सिखाई  
अपने बारे में पुष्पा दुबे ने बताया है कि उनके पिता का बचपन में ही निधन हो गया था। इसके बाद उनकी मां ने संघर्ष कर उन्हें आगे की पढ़ाई पूरी कराई। इसी के साथ मां ने यह बात भी सिखाई कि मानव सेवा कर सब कुछ पाया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि इटावा और पीलीभीत में उनकी परवरिश हुई इस दौरान उन्होंने एसएससी की पढ़ाई कर पुलिस विभाग में नौकरी की। उन्होंने बताया कि उनकी आखिरी तैनाती सचिवालय और सीआईडी मुख्यालय में भी हुई हो चुकी है। अब वह इंदिरा नगर स्थित अपने मकान में रहती हैं।

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