पंचायत चुनाव में कोविड महामारी को मिला भीड़ का समर्थन, फिर दिखने लगी श्मशान घाट पर चिता की चिंगारी ?
यूपी में कोविड महामारी की सुनामी तूफानी हवा जैसी चल पड़ी है. इस तूफानी हवा की चपेट में हजारों परिवार पूरी तरह बिखर चुकें है.बिखरे हुए परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। इसके बावजूद भी केंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकार अपनी वाह वाही में जुटी है.जबकि उत्तर प्रदेश के स्थिति.कि बात करें तो दिनों दिन हालात बहुत ख़राब होती जा रहीं हैं।
पंचायत चुनाव में कोविड महामारी को मिला समर्थन ?
यूपी सरकार की ना समझदारी के कारण आज गावों में होहराम मचा हुआ है जिसका कारण पंचायत चुनाव करवाना बताया जा रहा है दरअसल कोविड महामारी की पहली लहर के दौरान पुरे देश में लॉक डाउन लगा दिया गया था। लॉक डाउन के दौरान यूपी को कुछ हद तक इस महामारी से सेफ बचा लिया गया था। क्योकि उस समय सियासी खेमें से जनता को दूर रख सावधानियां अपनाने की बात कहि गई थीं।
जिसका नजीता रहा कि यूपी का हर गांव सेफ रहा और शहर में कुछ महामारी का प्रकोप बढ़ता गया जिसपर समय रहतें योगी सरकार सभाल लिया. लेकिन अबकी बार ठीक उसका उल्टा रहा क्योंकि बंगाल चुनाव से लेकर यूपी के गावों तक हर तरफ भीड़ ही भीड़ नजर आने लगी।
क्योंकि पंचायत चुनाव में काउंटिग के दौरान उमड़ी भीड़ को देख कर हाईकोर्ट का भी माथा ठनक गया जिसके बाद सरकार को नोटिस भेज कर कड़ी फटकर लगाई। बावजूद भी इसके सरकार पर कोई फर्क नहीं दिखा जिसका नजीता ये रहा कि यूपी में पंचयात चुनाव में जीत के बाद गांव की हर गलियों में भीड़ के साथ जीते प्रत्याशियों ने डीजे के साथ डांस कर कोविड प्रोटोकॉल के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जिसके बाद से अब गावों में ख़ुशी कम मातम की भीड़ ज्यादा होती जा रही हैं.
इस गांवों में 64 मौतों का जिम्मेदार कौन प्रधान या प्रशासन ?
ग्रामीण क्षेत्रों में मचे कोहराम के बाद सरकरी सिस्टम पर सवाल.पिछले दिनों में आगरा के दो गांवों में बीते कुछ दिनों में करीब 64 लोगों की मौत हो गई है.इन मौतों के बाद सरकारी सिस्टम में तैनात प्रशासन में हड़कंप मच गया.बड़ी घटना होने के बाद प्रशासन ने लोगों कि कोविड जाँच करवाई. जिसमें 27 लोगों कि कोरोना रिपोर्ट प्वाजटिव आई।
आगरा के एत्मादपुर कुरगवां गांव में कोरोना से पिछले 20 दिनों में 14 लोगों की मौत हो चुकी है.वहीं अगर ग्रामीणों की माने तो ये मौतें खांसी,जुकाम, बुखार और सांस लेने में परेशानी के कारण हुई है.इसमें करीब 100 लोगों के सैंपल लिए गए , जिसमें 27 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए. सभी को गांव में ही बने आइसोलेशन सेंटर में रखा है.
प्रधानों ने बताया मौतों का अकड़ा और कारण ?
कोरोना से ही आगरा का एक और गांव सबसे अधिक प्रभावित है. इस गांव का नाम है बमरौली कटारा.यहां करीब 40 हजार आबादी है.प्रधान के मुताबिक, यहां करीब 50 लोगों की मौत हो चुकी है. ग्राम प्रधान ने बताया कि लोगों की तबीयत बिगड़ती है, फिर उन्हें सांस लेने में दिक्कत होती और थोड़ी देर में मौत हो जाती है.
बता दें कि यूपी में अब कोरोना का कहर कुछ कम होंने लगा है. पिछले 24 घंटों के आंकड़ों के अनुसार 21,331 नए प्वाजटिव केस मिले हैं, जबकि 278 लोगों की मौत हो गई है.कानपुर में 30 और लखनऊ में 26 मृत्यु हुई . राज्य में अब सक्रिय मामलों की संख्या 2,25,271 हो गई है. इसी दौरान 29,709 कोरोना संक्रमण से जंग जीत कर अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं.
साहब ने बैठक में पेश किया आकड़ा
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अब तक 1524767 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इनमें से 1283754 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं. अब प्रदेश में 225271 एक्टिव मरीज प्रदेश में बचे हैं. कुल 15742 संक्रमित मरीजों की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि रविवार को 214977 नमूनों की जांच की गई. इसमें से 1.12 लाख नमूने आरटीपीसीआर तकनीक से जांच की गई. अब तक प्रदेश में 4.31 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है. वर्तमान में 225271 एक्टिव मरीजों में से 166170 लोग होम आइसोलेशन में हैं.
डेस्क द यूपी खबर
सीनियर संवाददाता
डी के त्रिपाठी
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