आजमगढ़: वैश्विक महामारी कोरोना को दूर भगाने के लिए महिलाओं ने की पूजन-अर्चना

क्षेत्र के भरसानी गांव में सोमवार सुबह लगभग सैकड़ों की संख्या में महिलाएं इकट्ठा होकर धार और कपूर के साथ डीह, काली की पूजा अर्चना की ।

क्षेत्र के भरसानी गांव में सोमवार सुबह लगभग सैकड़ों की संख्या में महिलाएं इकट्ठा होकर धार और कपूर के साथ डीह, काली की पूजा अर्चना की । करोना काल में हो रही मौतों के कारण ग्रामीण महिलाओं ने आस्था और अंधविश्वास के साथ गांव के सिवान में इकट्ठा होकर डीह और काली माँ के स्थान पर धार चढ़ाई ।

ग्रामीण महिलाओं का मानना है कि ऐसा करने के बाद कोरोना से अब कोई मौत नहीं होगी तथा घर के बच्चे बुजुर्ग तथा क्षेत्र के सभी लोग सुरक्षित और खुशहाल रहेंगे । तेजी से हो रही मौत के कारण महिलाओं में काफी चिंता व्याप्त है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो यह बीमारी सभी लोगों को धीरे -धीरे अपनी गिरफ्त में ले लेगी और लोग मर जाएंगे । सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा हुई महिलाओं में इस कोरोना पूजा को लेकर काफी उत्साह रहा लेकिन क्षेत्र के लोग इस आस्था को अंधविश्वास मानते है।

अतरौलिया क्षेत्र का यह पहला मामला है जहां इतनी भारी संख्या में महिलाएं इकट्ठा होकर डीह और काली को कोरोना से बचने के लिए धार चढ़ा रही हैं। खानपुर फतेह तथा भरसानी गांव की सभी महिलाओं ने इस कोरोना पूजा में हिस्सा लिया । पूरे क्षेत्र के लोगों में यह बात चर्चा का विषय बनी हुई है। आइए सुनाते हैं कि स्थानीय महिलाओं ने क्या कुछ कहा।

रिपोर्टर अमन गुप्ता

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