इस दिन भूलकर भी नहीं तोड़ने चाहिए तुलसी के पत्ते

सनातन धर्म में तुलसी का बहुत महत्व है। तुलसी का पौधा हर घर में लगाना शुभ माना जाता है। तुलसी में कई सारे औषधीय गुण पाए जाते हैं। तुलसी के पत्तों की तरह तुलसी के बीज के फायदे भी अनगिनत होते हैं।

सनातन धर्म में तुलसी (Tulsi) का बहुत महत्व है। तुलसी का पौधा हर घर में लगाना शुभ माना जाता है। तुलसी में कई सारे औषधीय गुण पाए जाते हैं। तुलसी के पत्तों की तरह तुलसी के बीज के फायदे भी अनगिनत होते हैं। आप तुलसी के बीज के और पत्तियों का चूर्ण भी प्रयोग कर सकते हैं। इन पत्तियों में कफ वात दोष को कम करने, पाचन शक्ति एवं भूख बढ़ाने और रक्त को शुद्ध करने वाले गुण होते हैं।

तुलसी (Tulsi) के पत्ते में मौजूद अडैप्टोजेन स्ट्रेस को कंट्रोल करने में मदद करता है। यह नर्वस सिस्टम को रिलैक्स करते हुए ब्लड फ्लो को सुधारता है। तुलसी के पत्तों से सिरदर्द में भी राहत मिलती है।

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इसके अलावा तुलसी (Tulsi) के पत्ते के फायदे बुखार, दिल से जुड़ी बीमारियां, पेट दर्द, मलेरिया और बैक्टीरियल संक्रमण आदि में बहुत फायदेमंद हैं। पर क्या आपको पता तुलसी की पत्ते  तोड़ते वक्त हमें कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। आज हम आपको बताएंगे की आखिर इस वक्त तुलसी के पत्ते  नहीं तोड़ने चाहिए।

आपको बता दें कि  रविवार, सूर्य ग्रहण, संक्रांति, और सांय काल में तुलसी के पत्तों को गलती से भी नहीं तोड़ना चाहिए। ऐसी मानता है कि एकादशी पर मां व्रती होती हैं और इस दिन पत्ते तोड़ने से घर में पैसे की कमी होने लगती है।

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