लखनऊ : दिग्विजय सिंह ‘देव'(प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी छात्रसभा) ने राज्यपाल के माध्यम से छात्रों का उत्पीड़न करने वाली योगी सरकार को दी चेतावनी
लखनऊ : आज समाजवादी छात्रसभा के प्रतिनिधिमंडल ने अपर जिलाधिकारी, लखनऊ से मुलाकात कर महामहिम राज्यपाल महोदया को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में अध्ययनरत आर्थिक रूप से कमजोर छात्र छात्राओं की फीस माफी एवं उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बिना परीक्षा के ही प्रोन्नति करने व लॉक डाउन के दौरान प्रदेश भर में तमाम छात्रनेताओं के ऊपर दर्ज फर्जी मुकदमों की वापसी हेतु ज्ञापन सौंपा।
जैसा कि आपको अवगत भी है कि वर्तमान समय में पूरा देश कोरोना (कोविड-19) वैश्विक महामारी से जूझ रहा है। जिससे देश और प्रदेश की न केवल अर्थव्यवस्था अपितु लोगों का सामाजिक जीवन एवं संपूर्ण व्यवस्था काफी प्रभावित हो रही है।
इस वैश्विक महामारी के दौरान पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति है लोगों का काम-धंधा चौपट हो रहा है जिसका प्रभाव देश के गरीबों, किसानों एवं मजदूरों की आर्थिक स्थिति पर पड़ रहा है। देश के मेहनतकश लोगों को आर्थिक तंगी के साथ-साथ तमाम अन्य चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है।
सरकार द्वारा आमजनता की मदद का दावा भी सिर्फ कागजी है।उत्तर प्रदेश के गरीब, किसान, मजदूर के बच्चे विभिन्न शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत हैं जो कि अपनी फीस जमा करने में सक्षम नहीं है।
वर्तमान समय मे वैश्विक महामारी की वजह से देश के तमाम हिस्से हॉटस्पॉट क्षेत्र घोषित किए गए हैं। तमाम शिक्षण संस्थानों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों के साथ ही कर्मचारी भी कोरोना से ग्रसित पाए गए हैं। ऐसे में शिक्षण संस्थानों द्वारा। परीक्षा की तिथि घोषित करना संवेदनहीन एवं अमानवीय है।
यह जानते हुए भी कि वैश्विक महामारी बहुत खतरनाक है उसके बावजूद भी परीक्षा संबंधी कराए जाने के फैसले लेना छात्रों,शिक्षकों और कर्मचारियों की जिंदगी को बीमारी के मुंह में धकेलना है।
महोदया आपसे समाजवादी छात्रसभा निवेदन करती है कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के परिवार की आर्थिक स्थिति और उसके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को निर्देशित करें।
इस लॉकडाउन में तमाम छात्रनेताओं ने अपने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के क्षेत्र से नदारद रहने पर सवाल किए जिससे नाराज होकर प्रशासन ने उनपर फर्जी मुकदमे दर्ज किए हैं समाजवादी छात्रसभा इसकी निंदा करती है।ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी गई कि यदि जल्द से जल्द उचित कार्यवाही नही हुई तो समाजवादी छात्रसभा सड़कों पर आंदोलन करने को बाध्य होगी।
समाजवादी छात्रसभा उत्तर प्रदेश निम्न मांग करती है…
1- प्रदेश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत गरीब छात्र जिनकी आय ₹200000 से कम है उनकी सम्पूर्ण फीस माफ की जाए।
2- कोरोना महामारी से सुरक्षित रहने हेतु बिना परीक्षा के ही छात्र-छात्राओं को अगली कक्षा में प्रोन्नति दी जाए।
3- सत्र 2020-21 में प्रवेश लेने वाले गरीब छात्रों को शुल्क में विशेष छूट प्रदान की जाए।
4- गरीब छात्रों की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा कम से कम ₹1000 की मदद की जाए जिससे वे छात्र मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग कर सकें।
5- समाजवादी छात्रसभा मांग करती है कि लॉकडाउन के दौरान छात्रनेताओं के ऊपर दर्ज फर्जी मुकदमों को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए।
प्रतिनिधिमंडल में दिग्विजय सिंह ‘देव’ (प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी छात्रसभा), लविवि के छात्रनेता महेंद्र कुमार यादव,सर्वेश कुमार शुक्ला, दीपक दीप चौरसिया,धीरज यादव शामिल रहे।
दिग्विजय सिंह ‘देव’ (प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी छात्रसभा) इससे पहले भी स्नातक छात्र-छात्राओं की इस शैक्षणिक सत्र की फ़ीस माफ़ी के लिए आवाज उठा चुके हैं. इसी संदर्भ में आज अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ महामहिम राज्यपाल महोदया को संबोधित करते हुए अपर जिलाधिकारी, लखनऊ से मुलाकात कर अपनी विभिन्न मांगों का ज्ञापन सौंपा।
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