कहीं आपकी बर्बादी का कारण आपके जूते चप्पल तो नहीं, जानें कैसे!!!!

जाने-अनजाने में अक्सर हम ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो वास्तु दोष का कारण बनती हैं। कहा जाता है कि घर में वास्तु दोष होने पर आर्थिक तंगी, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों समेत पारिवारिक कलह तक का सामना करना पड़ सकता है। कई बार जाने-अनजाने में हम जूते-चप्पल ऐसी जगहों पर भी पहनकर चले जाते हैं, जिससे वास्तु दोष होता है। इतनी ही नहीं आपकी इस हरकत की वजह से घर की सुख-शांति भंग होती है और लक्ष्मी आपसे कुपित हो जाती है। घर के आलावा भी कुछ ऐसे पवित्र स्थान होते हैं जहां आपको जूते पहनकर नहीं जाने चाहिए। ऐसा न करने से आप गरीबी को आमंत्रित करते हैं। शास्त्रों में 5 ऐसी जगहों के बारे में बताया है कि जहां जूते-चप्पल पहनकर जाने से अशुभ होता है। अक्सर इस गलती के कारण लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

जानिए किन जगहों पर भूलकर भी नहीं पहनकर जाने चाहिए जूते-चप्पल-

1. रसोई घर – कहा जाता है कि रसोई घर में कभी भी जूते-चप्पल पहनकर नहीं जाने चाहिए। ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा नाराज होती हैं और जातक को जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

2. मंदिर – हिंदू धर्म में मंदिर को भगवान का घर माना जाता है। ऐसे में मंदिर में कभी भी जूते-चप्पल पहनकर नहीं जाने चाहिए। मान्यता है कि यहां जूते-चप्पल पहनकर जाने से देवी-देवता नाराज हो जाते हैं।

3-तिजोरी के पास- तिजोरी में कुछ रखने जाने से पहले जूते-चप्पल को निकाल देना चाहिए। कहते हैं कि तिजोरी को जूते-चप्पल पहनकर खोलने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं। जिसके कारण आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।

4. भंडार घर – वास्तु शास्त्र के अनुसार, भंडार घर में जूते-चप्पल पहनकर नहीं जाने चाहिए। इस बात का ध्यान रखने से घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती है।

5. पवित्र नदी – वास्तु शास्त्र के अनुसार, पवित्र नदी के पास जूते-चप्पल कभी पहनकर नहीं जाने चाहिए। नदियों में स्नान करने से पहले जूते-चप्पल या चमड़े से बनी वस्तुएं निकाल देनी चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है।

 

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