लखनऊ : आज से बजेंगे शंख और घंटे-सजेगी आरती, मस्जिदों में गूंजेगी अजान, गुरुद्वारों में गुरुवाणी

लखनऊ : दो माह के लम्बे अंतराल के बाद आज से मंदिरों से शंख और घंटों की गगन भेदी ध्वनि गुंजायमान होने लगेगी, आरती के पवित्र और मधुर स्वर सुनाई देने लगेंगे , मस्जिदों से अजान आनी आरम्भ हो जाएगी और साथ ही गुरुद्वारों से गुरुवाणी की आवाज फिर से सबके कानों तक पहुँचने लगेगी। पूर्व घोषित दिशा निर्देशों के अनुसार 8 जून यानी कि आज से से अनलॉक का दूसरा चरण शुरू हो रहा है और इसके लिए व्यापक व्यवस्थाएं भी शुरू हो गयी हैं, विशेषकर धार्मिक स्थलों में इसको लेकर उत्साह चरम पर है। धार्मिक स्थलों को खोलने को लेकर प्रशासन भी काफी सतर्क दिखाई दे रहा है और के प्रबंधन को हर हाल में दिशानिर्देशों को पालन कराने और करने की अपील कर रहा है। प्रशासन की इस अपील का कितना असर होगा और अपने आराध्य की आराधना करने के माहौल में अनुयायी कितने संयमित रह सकेंगे यह देखने की बात होगी।

धार्मिक स्थलों का प्रबंधन भी काफी उत्साह में है यह उत्साह देखा जा सकता है। कई दिनों पूर्व से ही मन्दिर, मस्जिद, गुरुद्वारों और चर्च आदि की साफ़ सफाई शुरू कर दी गयी है ताकि आदेश मिलते ही इन्हे खोला जा सके।  जहां मन्दिरों में इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि महामारी को लेकर सरकार के आवश्यक दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित कराया जा सके वहीं मस्जिदों में भी नमाज पढ़ने के लिए सफाई और सोशल डिस्टेन्सिंग के साथ अन्य आवश्यक सावधानी का ध्यान रखने की बात वहां के जिम्मेदार जरूरी बता रहे हैं।

सावधानी से खुलेंगे द्वार, प्रवेश से पहले होगी जांच

धार्मिक स्थलों को खोलने को लेकर सावधानियां सुनिश्चित करने के लिये केन्द्र एवं राज्य सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन के बारे में प्रशासन द्वारा सभी जानकारी दी जा रही है। प्रशासन द्वारा सभी लोगों से अपील करते हुये कहा जा रहा है कि प्रत्येक धर्म के पूजा स्थल के अन्दर एक बार में एक स्थान पर 5 से अधिक श्रद्धालु व्यक्तियों को जाने की अनुमति नहीं होगी। धार्मिक स्थल के प्रवेश द्वार पर हाथों को कीटाणु-रहित करने हेतु एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का प्रयोग किया जाएगा, साथ मे इन्फ्रारेड-थार्मामीटर की भी व्यवस्था की जाएगी। इस प्रकार जिन व्यक्तियों में कोरोना से सम्बंधित कोई लक्षण प्रदर्शित नहीं होगा केवल उन्हें ही परिसर में प्रवेश की अनुति होगी।

बिना मास्क नहीं होगा प्रवेश, लगेंगे जागरूकता पोस्टर

धार्मिक स्थल में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों को फेस कवर मास्क का प्रयोग करना अनिवार्य होगा। कोविड-19 महामारी के सम्बन्ध में रोकथाम संबंधी उपायों के रूप में कोरोना-जागरूकता के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु परिसर में पोस्टर स्टेन्डीज का प्रयोग प्रमुखता से करना होगा। जहां तक सम्भव होगा आने वाले व्यक्तियों को विभिन्न समूहों में विभाजित करते हुये परिसर में प्रवेश करने की व्यवस्था की जाएगी। जिससे कि अनावश्यक भीड़-भाड़ न हो और संक्रमण का प्रसार न होने पाए। प्रबंधन का प्रयास होगा कि एक स्थान पर एक समय में पांच से अधिक व्यक्ति एकत्रित न हो।

जूते चप्पलों को अपने वाहन या निर्धारित स्थान पर रखना होगा

निर्देशों के अनुसार श्रद्धालु व्यक्ति को जूते चप्पलों को अपने वाहन में ही उतार कर रखना होगा, यदि आवश्यक हो तो इन्हें प्रत्येक व्यक्ति द्वारा स्वयं ही अलग-अलग खांचों ब्लाक में रखा जाएगा। परिसरों के बाहर पार्किंग स्थलों पर भीड प्रबंधन करते समय सोशल-डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन करना होगा। पब्लिक एड्रेस सिस्टम माइक से भी व्यक्तियों आगन्तुकों को काविड-19 संकमण से बचाव के बारे में लगातार जागरूक किया जाएगा तथा परिसर के बाहर स्थिति किसी भी प्रकार की दुकानों, स्टाॅंल, कैफेटेरिया इत्यादि पर भी पूरे समय सोशल डिस्टंसिंग के मानकों का कड़ाई से अनुपालन किया

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