जानिए किस मंदिर में हुआ था भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह ?
शिवरात्रि के दिन भगवान शिव (Lord Shiva) ने माता पार्वती से विवाह किया था। भगवान शिव को पाने के लिए माता पार्वती ने कठोर तपस्या की थी। जिसके बाद उनकी तपस्या से खुश होकर भगवान शिव माता पार्वती के साथ शादी बंधने में बंध गए थे।
शिवरात्रि के दिन भगवान शिव (Lord Shiva) ने माता पार्वती से विवाह किया था। भगवान शिव को पाने के लिए माता पार्वती ने कठोर तपस्या की थी। जिसके बाद उनकी तपस्या से खुश होकर भगवान शिव माता पार्वती के साथ शादी बंधने में बंध गए थे।
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पर क्या आप जानते हैं, भगवान शिव (Lord Shiva) ने माता पार्वती से किस मंदिर में विवाह किया था। आज हम आपको बताएंगे आखिर वो कौन का स्थान है जहां माता पार्वती और भगवान शिव ने सात फेरे लिए थे।
भगवान शिव (Lord Shiva) और माता पार्वती के विवाह को लेकर कई कथाएं प्रचलित हैं। कहा जाता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए जिस जगह प्रार्थना की थी वो केदारनाथ के पास स्थित है। वो जगह केदारनाथ के पास स्थित गौरी कुंड है।
वहीं माता पार्वती की कठोर तपस्या से खुश होकर भगवान शिव ने माता पार्वती के विवाह प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था।
जिसके बाद उत्तराखंड के त्रियुगीनारायण मंदिर में भगवान शिव (Lord Shiva) ने माता पार्वती से विवाह किया था। कहते हैं कि इस मंदिर में जिस हवन कुंड की अग्नि के सामने भगवान शिव ने सात फेरे लिए थे वो अग्नि आज भी वैसे ही जल रही है।
आपको बता दें कि विवाह से पहले सभी देवताओं ने यहां बने कुंड में स्नान भी किया था जिसके बाद उन तीनों का नाम रुद्र कुंड, विष्णु कुंड और ब्रह्मा कुंड हो गया।
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