इंटरमिटेंट फास्टिंग की मदद से आप भी कम कर सकते हैं Diabetes का खतरा

डायबिटीज दो प्रकार की होती है – टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज। टाइप 1 डायबिटीज में इंसुलिन का बनना कम हो जाता है या फिर इंसुलिन बनना बंद हो जाता है, और इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।

द इंडोक्राइन सोसायटी की तरफ से एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस ENDO 2021 में इस नई रिसर्च को प्रेजेंट किया गया जिसमें यह बात सामने आयी कि अगर आप अपना सुबह का नाश्ता जल्दी कर लें तो इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin Resistance) और टाइप 2 डायबिटीज बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है. तब भी अगर आप सुबह जल्दी नाश्ता कर लें तो इसके भी कई फायदे हैं.

जबकि टाइप 2 डायबिटीज से प्रभावित लोगों का ब्लड शुगर का लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है जिसको कंट्रोल  करना बहुत मुश्किल होता है। इस स्थिति में पीडि़त व्यक्ति को अधिक प्यास लगती है, बार-बार यूरीन आता है और लगातार भूख लगना जैसी समस्‍यायें होती हैं। यह किसी को भी हो सकता है, लेकिन इसे बच्‍चों में अधिक देखा जाता है।

स्टडी मानें तो जो लोग अपने सुबह का नाश्ता यानी पहली मील सुबह 8.30 से पहले कर लेते हैं उनका ब्लड शुगर लेवल (Sugar level) भी कम होता है और इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या भी कम होती है. फिर चाहे उन्होंने इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting) की हो या नहीं, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता. शिकागो के नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अमेरिका के 10 हजार 574 वयस्कों की सेहत और डाइट से जुड़ी आदतों के डेटा की जांच की.

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