74th Independence Day : आत्मनिर्भर कृषि और आत्मनिर्भर किसान अहम प्राथमिकता: पीएम नरेंद्र मोदी
Independence Day 2020 : 6 लाख गाँव तक पहुँचाया जायेगा ऑप्टिकल फाइबर-पीएम नरेन्द्र मोदी। भारत में कोरोनाकाल के बीच आज 74वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देशवासियों को संबोधित किया। पीएम ने कोरोनावायरस पर बात कर भाषण की शुरुआत की।
- उन्होंने कोरोनावायरस से लड़ाई जीतने की बात कही और कोरोना वॉरियर्स को नमन किया।
- पीएम ने स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हमें आजादी के 75वें वर्ष पर संकल्पों की पूर्ति करनी है।
पीएम ने देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने पर भी बात की।
- उन्होंने कहा, “जब अटल बिहारी वाजपेयी हमारे पीएम थे
- तब उन्होंने स्वर्णिम चतुर्भुज योजना को शुरू किया था.
- और देश का रोड नेटवर्क को बदलने का काम किया था।
- अब समय उससे आगे है, हमें अब सारा इन्फ्रास्ट्रक्चर इंटिग्रेट करना होगा।
- यानी सभी एक दूसरे से जुड़े हों।
- हमें मल्टी मॉडल इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत होगी।”
गौरतलब है कि यह सातवीं बार है, जब मोदी पीएम के तौर पर कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। इससे पहले ही उन्होंने ट्वीट कर देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। मोदी ने लिखा, “स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। जय हिंद!”
- पीएम मोदी इस स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से झंडा फहराने के साथ ही अपने नाम एक और रिकॉर्ड जोड़ लेंगे। वे गैर-कांग्रेसी पीएम के तौर पर सबसे ज्यादा बार झंडा फहराएंगे।
- इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी ने लाल किले से 6 बार तिरंगा फहराया था।
- अब इस मामले में मोदी से आगे सिर्फ जवाहर लाल नेहरू (17 बार), इंदिरा गांधी (16 बार) और मनमोहन सिंह (10 बार) ही आगे हैं।
कोरोनावायरस संक्रमण के खतरे की वजह से इस बार स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में नेताओं, अफसरों, राजनयिकों और मीडियाकर्मियों समेत 4 हजार के करीब लोगों को ही न्योता दिया गया है।
- पिछले साल तक स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में कम से कम 10 हजार लोग जुटते थे।
- लेकिन इस बार सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना की अन्य गाइडलाइंस का पालन कराने के लिए कम ही लोग बुलाए गए हैं।
- कार्यक्रम स्थल पर सीटों में भी दूरी रखी जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि:-
- विकास के मामले में देश के कई क्षेत्र काफी पीछे रह गए हैं।
- ऐसे 110 से ज्यादा आकांक्षी जिलों को चुनकर।
- वहां पर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं.
- ताकि वहां के लोगों को बेहतर शिक्षा मिले।
- बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, रोजगार के बेहतर अवसर मिलें।
- आत्मनिर्भर भारत की एक अहम प्राथमिकता है – आत्मनिर्भर कृषि और आत्मनिर्भर किसान।
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