गांगुली और जय शाह का कार्यकाल बढ़ाए जाने की मांग पर आज विचार करेगा सुप्रीम कोर्ट
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) अपने अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह को तीन साल के अनिवार्य कूलिंग ऑफ पीरियड (विश्राम अवधि) से छूट दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील करेगी.
लोढ़ा समिति की सिफारिशों पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कारण इन दोनों को इस साल जुलाई-अगस्त में ही इस्तीफा देना पड़ेगा।लोढ़ा कमिटी की सिफारिशों के मुताबिक किसी राज्य के क्रिकेट संघ और बीसीआई को मिलाकर 6 साल तक पदाधिकारी रहने वाले व्यक्ति को 3 साल तक कोई पद नहीं ले सकता. बीसीसीआई में पद संभालने से पहले गांगुली बंगाल क्रिकेट बोर्ड और जय शाह गुजरात क्रिकेट बोर्ड में पदाधिकारी थे. इस लिहाज से दोनों 6 साल पदाधिकारी रह चुके हैं.
हालांकि बिहार क्रिकेट संघ (सीएबी) के सचिव और आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा ने कहा कि सौरव गांगुली और जय शाह के कूलिंग ऑफ पीरियड को हटाने के मसले पर जब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी तो उनका वकील इसका विरोध नहीं करेगा.
हाल ही में सीनियर चयनसमिति में मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद और गगन खोड़ा का कार्यकाल पूरा हुआ था। उनकी जगह सुनील जोशी और हरविंदर सिंह नियुक्त हो चुके हैं। अब मदन लाल की अध्यक्षता वाली क्रिकेट सलाहकार समिति जूनियर चयनसमिति के दो सदस्यों का चयन करेगी।
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