भागीरति अम्मा बनी मिसाल , 105 की उम्र में पास की चौथी क्लास पाए 74.5% अंक

हम सब ने  कभी न कभी एक बात ज़रूर सुनी होगी की पढ़ने लिखने के लिए किसिस उम्र की ज़रुरत नहीं होती ,यह बात अब सिर्फ बात नहीं रही इस बात को 105  वर्षीया भगीरति अम्मा ने सच कर दिखाया है।

 

केरल के 105  साल की भागीरति अम्मा ने  इस उम्र में चौथी कक्षा के स्तर  की परीक्षा बड़े  अच्छे  नंबर  के साथ पास  करी है।

अम्माौ नौ बरस की उम्र में, माँ  के देहांत के कारण अपनी पढ़ाई अधूरी ही  छोड़ दी थी और उसके बाद भाई बहनों की देखभाल में इतनी व्यस्त हुईं कि पढ़ने के बारे में सोच ही नहीं पाईं।

शादी के बाद परिवार बढ़ा और वह छह बच्चों की मां बन गईं। उनकी मुश्किलें उस वक्त और बढ़ गईं, जब उनके पति का देहांत हो गया और परिवार की सारी जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई। जीवन की इस आपाधापी में भागीरथी की पढ़ने की चाह पर जिम्मेदारियों की कई परतें जमती चली गईं।

वक्त अपनी रफ़्तार से बीतता गया और भागीरति  अम्मा ने अपने जीवन के 100  साल पूरे कर लिए , यह वह समय था जब वह अपनी सभी जिम्मेदारियां बखूबी निभा चुकी थीं।

अब उनके छह बच्चों के साथ 16 नाती पोते और 12 पड़नाती पड़पोते भी थे। हालांकि वक्त के गुजरते सालों का असर दिखने लगा था। आंखों की रौशनी धुंधलाने लगी, दांत गिर गए और शरीर कमजोर होने लगा। इस सब के बीच भागीरथी ने दिल के एक कोने में सहेजकर रखी पढ़ाई करने की चाह को धीरे से बहार निका ही लिया।

105 वर्षीया भगीरति अम्मा अपने आप में ही एक मिसाल है।

 

Related Articles

Back to top button